राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सांसदों के निलंबन पर चर्चा के लिए 25 दिसंबर को उनके साथ एक बैठक का सुझाव दिया है.
राज्यसभा के सभापति ने कहा कि सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया गया था, क्योंकि उन्होंने सदन में नारेबाजी, तख्तियां लहराने, सदन के वेल में प्रवेश करने और आसन के प्रति इशारों के माध्यम से जानबूझकर अव्यवस्था पैदा की थी. धनखड़ ने कहा कि सांसदों को निलंबित किए जाने से पहले उन्होंने संक्षिप्त स्थगन समेत सदन में व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी प्रयास किए थे.
पत्र में धनखड़ ने कहा कि उन्होंने अपने चैंबर में सांसदों से बातचीत की बात कही थी, लेकिन जो अव्यवस्था फैलाई गई वह जानबूझकर की गई और रणनीतिक थी.
बता दें कि 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया था. इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बयान की मांग करते हुए लोकसभा और राज्यसभा दोनों के कामकाज में व्यवधान पैदा करने के मामले में 146 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. 146 सांसदों में से 100 सांसद लोकसभा से निलंबित किए गए हैं, जबकि 46 सांसद राज्यसभा से हैं. जिन्हें सस्पेंड किया गया है. राज्यसभा को निर्धारित समय से एक दिन पहले 21 दिसंबर को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था.