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Indian Railways: अब ट्रेनों में वेटिंग टिकट का झंझट होगा खत्म, 2030 तक का ब्लू प्रिंट तैयार, जानें रेलवे का पूरा प्लान

वैष्णव ने कहा कि बजट घोषणाओं में अतिरिक्त क्षमता बनाने पर बड़ा ध्यान दिया गया है. उन्होंने कहा कि नेटवर्क क्षमता को इस हद तक बेहतर किया जाएगा कि टिकट वेटिंग लिस्ट की समस्या 2030-31 के आसपास खत्म हो जाएगी.

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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पेसेंजर वेटिंग टिस्ट की समस्या खत्म होने की बात कही. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अंतरिम बजट में घोषित तीन मल्टी-मॉडल इकोनॉमिक कॉरिडोर के निर्माण हो जाने के बाद पेसेंजर वेटिंग टिस्ट खत्म का झंझट खत्म हो जाएगा. उन्होंने कहा कि ये काम अगले पांच सालों में पूरा हो जाएगा.

बता दें कि 2024-25 के बजट प्रस्तावों में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीन नए प्रमुख आर्थिक रेलवे गलियारे कार्यक्रमों की घोषणा की, जिसमें ऊर्जा, खनिज और सीमेंट कॉरिडोर; बंदरगाह कनेक्टिविटी कॉरिडोर और हाई ट्रैफिक डेनसिटी कॉरिडोर शामिल है.

बजट घोषणाओं में क्षमता बढ़ाने पर जोर

वैष्णव ने कहा कि बजट घोषणाओं में अतिरिक्त क्षमता बनाने पर बड़ा ध्यान दिया गया है. उन्होंने कहा कि नेटवर्क क्षमता को इस हद तक बेहतर किया जाएगा कि टिकट वेटिंग लिस्ट की समस्या 2030-31 के आसपास खत्म हो जाएगी.

इस साल जोड़े जाएंगे 5,500 किमी नए ट्रैक

वैष्णव ने कहा कि अगले छह से आठ सालों में लगभग 40,000 किलोमीटर नई पटरियां बिछाई जाएंगी. इससे रेलवे की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी. उन्होंने कहा, "पिछले साल, रेलवे ने 5,200 किमी नए ट्रैक जोड़े, जो स्विट्जरलैंड के पूरे नेटवर्क के बराबर है. इस साल हम 5,500 किमी जोड़ रहे हैं. 2014 में 4 किमी प्रतिदिन ट्रैक जोड़ने से शुरुआत की थी और अब हम लगभग 15 किमी प्रतिदिन नए ट्रैक जोड़ रहे हैं."

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वैष्णव ने जोर देते हुए कहा कि सरकार का ध्यान बड़े पैमाने पर क्षमता को बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि 2024-25 के लिए कुल बजट आवंटन 2.52 लाख करोड़ है जो क्षमता बढ़ाने, बुनियादी ढांचे और यात्री अनुभव में सुधार करने में मदद करेगा.

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