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G-20 Summit: सीक्रेट सर्विस की टीम, एयरफोर्स वन से यात्रा, 50 से ज़्यादा सुरक्षा की गाड़ियां, ऐसी होगी अमेरिका के राष्ट्रपति की सुरक्षा

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन जी20 समिट में हिस्सा लेने के लिए कल यानी 07 सितंबर को नई दिल्ली पहुंच जाएंगे. जो बाइडेन की सुरक्षा में भारतीय एजेंसियों के साथ-साथ अमेरिका की सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स भी मौजूद रहेंगे. आइए जानते हैं कितनी खास होगी राष्ट्रपति बाइडेन की सुरक्षा.

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Joe Biden Security Arrangement for G 20
Joe Biden Security Arrangement for G 20

देश की राजधानी नई दिल्ली जी20 समिट के लिए पूरी तरह तैयार है. मेहमानों के खाने-पीने से लेकर उनकी सुरक्षा के सभी इंतजाम कर दिए गए हैं. विदेशी मेहमानों की सुरक्षा के लिए भारतीय एजेंसियों के साथ-साथ अमेरिका की सीआईए, ब्रिटेन की MI-6 और चीन की MSS की टीमें दिल्ली में डेरा डाले हुई हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की सुरक्षा में भारत की सुरक्षा एजेंसियों के साथ साथ 'अमेरिकी सीक्रेट सर्विस' के लगभग तीन सौ स्पेशल कमांडो तैनात रहेंगे. माना ये जा रहा है कि दिल्ली की सड़कों पर सबसे बड़ा गाड़ियों का काफिला अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का ही होगा. 

बाइडेन के कारकेड में शामिल होंगे 50 से ज्यादा वाहन
बाइडेन के कारकेड में 50 से ज्यादा वाहन शामिल किए जाएंगे. चीन, ब्रिटेन और रूस के प्रधानमंत्रियों के आतंरिक घेरे की सुरक्षा की जिम्मेदारी चीन ब्रिटेन और रूस की सुरक्षा एजेंसियों के दस्ते भारतीय सिक्योरिटी एजेंसी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उठाएंगे. सुरक्षा से जुड़ा साजो सामान इन देशों से दिल्ली लाया जा चुका है. सूत्रों के मुताबिक, कई देश हथियार और खोजी कुत्ते भी अपने देश से भारत लेकर आ चुके हैं. 

एयरफोर्स वन प्लेन की जानें खासियत
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन 7 सितंबर को भारत पहुंचेंगे. उनके आने से पहले हवाई सुरक्षा और साथ में ज़मीनी सुरक्षा की पूरी तैयारी हो गई है. प्रेसिडेंट जो बाइडेन एयरफ़ोर्स वन एयरक्राफ्ट से भारत आएंगे. यह एयरफ़ोर्स वन 4 हज़ार स्क्वायर फिट भारी-भरकम प्लेन है और तीन मंज़िला एयरक्राफ़्ट है. इसके सेंसर्स की निगरानी पूरे समय होती है. एयरफोर्स वन 747-200 बी सीरीज का एयरक्राफ्ट है जो उड़ता हुआ किला है जिसे भेदना बेहद मुश्किल है. इसमें हवा में ही ईंधन भरने की क्षमता है. अगर कोई अटैक होता है तो ये इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स के द्वारा उसको विफल कर सकता है. इसका अपना सिक्योर कम्युनिकेशन सिस्टम है. इसके अंदर बना मोबाइल कमांड कंट्रोल सेंटर है जो किसी भी हमले के वक़्त एक्टिव हो जाता है. एयरफोर्स वन के अंदर प्रेजिडेंट सुईट ,कांफ्रेंस रूम ,मेडिकल फैसिलिटी, 100 -150 लोगों की क्षमता है. इस प्लेन में राष्ट्रपति के साथ सीनियर एडवाइजर से लेकर सीक्रेट सर्विस एजेंट्स की टीम साथ रहती है. 

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Joe Biden
7 सितंबर को दिल्ली पहुंचेंगे जो बाइडेन

काफिले में शामिल होंगी बीस्ट कार
अमेरिकी राष्ट्रपित के आने से पहले उनकी द बीस्ट कार सिक्योरिटी कवर के साथ अमेरिकी वायुसेना के ग्लोबमास्टर एयरक्राफ्ट में दिल्ली पहुंच गई है. इसका भी मुआयना सीक्रेट सर्विस एजेंट करते हैंच. जब जो बाइडेन लैंड करेंगे तो कुल मिलाकर 50 कारों का काफिला होगा, जिसमें 2 बीस्ट कार होंगी. बीस्ट कार बख्तर बंद कारें हैं. इसपर गोलियों का भी कोई असर नहीं होता है. ये स्टील एल्युमीनियम सिरेमिक टाइटेनियम से बनी होती हैं. ये बुलेट प्रूफ होने के साथ केमिकल बायोलॉजिकल और न्यूक्लियर खतरे से बचाती हैं. ये गाड़ी खुद 120 वोल्ट का करंट रिलीज़ करती हैं.इस कार में राष्ट्रपति के इलावा 6 और लोग बैठते हैं. इसका कुल वेट 10 टन के लगभग है. इस कार में 8 इंच की आर्मर प्लेट, पंप एक्शन गन और राकेट पावर गन लगे हुए हैं. अगर राष्ट्रपति के ऊपर हमला हो तो ये कार खुद अपना ऑक्सीजन बना सकती हैं. 

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सीक्रेट सर्विस के एजेंट पहुंच चुके हैं दिल्ली
ये कार जब पालम टेक्निकल एयरबेस से निकलेगी तो इसके काफिले में 50 कारें और होंगी और लगभग 100 स्टाफ जिसमें सीक्रेट सर्विस एजेंट्स ,FBI और CIA के लोग, साथ में अम्बुलन्स एंड सिक्योरिटी एडवाइजर होंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ITC MAURYA  के प्रेसिडेंशियल सूइट में रुकेंगे. इसका चयन भी सोच समझ के किया गया है. इस पूरे होटल का मैप सिक्योरिटी एजेंसियों के पास रहेगा. सूत्रों के मुताबिक करीब 1000 से ज्यादा सिक्योरिटी ऑफिसियल अमेरिका से आ रहे हैं. इसके लिए दिल्ली पुलिस CRPF और VIP सिक्योरिटी का कवर इनके चारों तरफ रहेगा.  इसमें 50 CRPF की स्पेशल टीमें, 1000 रक्षक और 300 बख्तरबंद गाड़िया भी शामिल रहेंगी. 

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