
दिल्ली-NCR समेत पूरा उत्तर भारत घने कोहरे के चपेट में हैं. पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में साफतौर पर देखा जा सकता है. जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक घने कोहरे की चादर बिछी हुई है. सर्दीली हवाओं और कोहरे के डबल अटैक ने जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है. उत्तर भारत के कई हिस्सों में बुधवार को दिनभर कोहरा छाया रहा, जबकि रात 08.45 बजे दिल्ली-NCR के कुछ इलाके पूरी तरह से धुंध की चपेट में नजर आए. बढ़ती सर्दी और कोहरे को देखते हुए स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है. वहीं, IGI एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी 100 मीटर रह गई है. घने कोहरे की वजह से कई फ्लाइट्स और ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ. कोहरे और कम विजिबिलिटी के कारण दुर्घटनाओं को रोकने के लिए योगी सरकार ने बसों के संचालन को लेकर भी नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
दिल्ली एयरपोर्ट पर खराब मौसम के कारण विस्तारा की पटना से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट UK716 को इंदौर की ओर डायवर्ट दिया गया है. दिल्ली एयरपोर्ट पर खराब मौसम के कारण पटना से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट UK716 को इंदौर की डायवर्ट कर दिया है. इस फ्लाइट में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद भी सवार हैं. इस फ्लाइट को शाम को 8:15 बजे दिल्ली पहुंचना था, लेकिन ये इंदौर में ही है. अभी तक एयरलाइंस की तरफ़ से यात्रियों को सूचना नहीं दी गई है कि फ्लाइट दिल्ली जाएगी या उन्हें इंदौर में ही स्टे करना होगा.
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साथ ही विस्तारा एयरलाइन की दिल्ली एयरपोर्ट हवाई अड्डे पर खराब मौसम के कारण बेंगलुरु से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट UK820 को इंदौर की ओर मोड़ दिया गया है. IMD के अनुसार गुरुवार और शुक्रवार को दिल्ली में भयंकर कोहरा छाए रहने की संभावना है. गुरुवार को अधिकतम 21 और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. बुधवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया.

योगी सरकार ने बसों के संचालन को लेकर दिए निर्देश
कोहरे और कम विजिबिलिटी के कारण दुर्घटनाओं को रोकने के लिए योगी सरकार ने बसों के संचालन को लेकर निर्देश जारी किए हैं. परिवहन निगम के अधिकारियों से कहा गया है कि क्रू को बस के प्रस्थान से पहले अधिकारियों द्वारा यह अनिवार्य रूप से निर्देशित किया जाए कि घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम होने पर बसों का संचालन रोककर आसपास के बस अड्डे, यात्री प्लाजा, पेट्रोल पम्प, पुलिस थाना अथवा अन्य किसी सुरक्षित स्थान पर रोक दिया जाए. साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि कोहरा खत्म होने के बाद ही बसों का संचालन पुनः प्रारंभ किया जाए.
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने कहा कि कोहरे के समय किसी भी हालत में रूट के विपरीत दिशा में स्थित ढाबे पर बसों को न ले जाएं. ऐसी स्थिति में दुर्घटना की आशंका अधिक होती है. उन्होंने कहा कि चेकिंग स्टाफ द्वारा इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि बस को मुख्य सड़क पर खड़ा न किया जाए. अपरिहार्य स्थिति में खड़ी बस की पार्किंग लाइट जलती रहनी चाहिए.
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कहीं स्कूलों का समय बदला तो कहीं छुट्टी का ऐलान
बढ़ती सर्दी और कोहरे को देखते हुए स्कूलों के समय में भी बदलाव किया गया है. गाजियाबाद में कक्षा 1 से 8वी तक के सभी स्कूलों का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक किया गया है. इसे लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आदेश जारी कर दिए हैं. वहीं, अलीगढ़ में बढ़ती सर्दी के चलते 2 दिन के लिए स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है. अलीगढ़ में सभी बोर्ड के कक्षा 1 से लेकर 12 तक मान्यता प्राप्त सीबीएसई, आईसीएसई, बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल 28 और 29 दिसंबर को बंद रहेंगे. इसे लेकर जिलाधिकारी ने आदेश दिए हैं. उधर, एमयू के स्कूलों का भी अवकाश घोषित किया गया है. एमयू के कक्षा एक से 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों का अवकाश 28 और 29 दिसंबर के लिए कर दिया गया है. मथुरा में स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव किया गया है. लिहाजा स्कूलों का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक किया गया है. जालौन में कक्षा 1 से 8वीं तक के स्कूल 31 दिसंबर तक बंद रहेंगे.
कोहरे से हमें क्या नुकसान?
कोहरे में ज्यादा देर सांस लेंगे तो फेफड़ों में सर्दी लग सकती है. इससे खांसी, छींक, जुकाम हो सकता है. जिनकी इम्यूनिटी कम है उन्हें दिक्कत हो सकती है. इससे ब्रोन्काइटिस हो सकता है. खांसी के दौरे आ सकते हैं. कोहरे के साथ प्रदूषण मिलकर स्मोग बनाता है तो सतर्क हो जाएं. क्योंकि उसमें सल्फर डाईऑक्साइड कोहरे में मिलकर फेफड़ों को सीज करने लगते हैं. इससे दमा हो सकता है. जितना घना स्मोग होगा, नुकसान उतना ही ज्यादा होगा.
कब तक कम होगा कोहरा?
कोहरा छंटने के आसार फिलहाल 29 दिसंबर तक नज़र नहीं आ रहे हैं. मौसम विभाग का कहना है कि जिस तरह कोहरा छाने के लिए कई सारी मौसम से जुड़ी गतिविधियां जिम्मेदार होती हैं उसी तरीके से कई सारे फैक्टर ही कोहरा छंटने की वजह भी बनते हैं. सबसे पहले अगर तापमान के बढ़ने की वजह से हवा की रफ्तार बढ़ जाए तो कोहरा छंटने लगता है या उसका असर कम हो जाता है. इसके अलावा अगर सूरज की किरणें इतनी तेज़ हो जाएं कि कोहरे में मौजूद पानी के कण भाप में बदल जाएं या फिर गर्मी की वजह से ज़मीन की सतह पर पिघल के पहुंच जाए तो कोहरा छंटने की संभावना बनती है.