
दिल्ली के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश और उसके बाद आई बाढ़ के बाद, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने हालात का जायजा लिया. वीके सक्सेना ने तैमूर नगर, बारापुला नाला, आईटीपीओ, तिलक ब्रिज, कुशक नाला, गोल्फ लिंक्स और भारती नगर जैसे गंभीर रूप से प्रभावित इलाकों का दौरा किया. इस दौरान नालों में भारी मात्रा में गाद और कचरा जमा होने का पता चला, जिसकी वजह से ओखला, तैमूर नगर, शाहीन बाग, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और महारानी बाग जैसे इलाकों में बाढ़ आ गई.
उपराज्यपाल वीके सक्सेना के साथ एनडीएमसी के मुख्य सचिव-सह-अध्यक्ष, एमसीडी आयुक्त और पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. उन्होंने सभी संबंधित एजेंसियों को आगे संभावित रूप से आने वाली बाढ़ की समस्या को रोकने के लिए नालों की सफाई में तेजी लाने का निर्देश दिया. उपराज्यपाल ने नालों के किनारे अतिक्रमण को तेजी से हटाने पर भी जोर दिया.
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नालियों की तुरंत सफाई का दिया निर्देश
अपने निरीक्षण के दौरान, वीके सक्सेना ने आईटीपीओ, तिलक ब्रिज, कुशक नाला, गोल्फ लिंक्स और भारती नगर में कचरे और मलबे की वजह से बंद नालियों में इसी तरह की समस्याओं की पहचान की. उन्होंने जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नालियों की तुरंत सफाई और उसमें जमे गाद को निकालने का निर्देश दिया और कहा कि जरूरत पड़ने पर पंप का इस्तेमाल करें.
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लापरवाही के लिए अधिकारियों को दी चेतावनी
वीके सक्सेना ने प्री-मानसून नालियों से गाद निकालने की कमी पर निराशा भी जाहिर की और लापरवाही के लिए अधिकारियों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी. उन्होंने सभी कचरे, मलबे और कीचड़ को हटाने का आदेश दिया और सफाई के बाद संबंधित इलाके के फोटो-वीडियो प्रूफ के तौर पर मांगे हैं. उपराज्यपाल वीके सक्सेना के साथ निरीक्षण के दौरान केंद्रीय मंत्री और पूर्वी दिल्ली के सांसद हर्ष मल्होत्रा और नई दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज भी मौजूद रहे.