scorecardresearch
 

दिल्ली में कड़ाके की सर्दी है प्रदूषण का कारण, इस वजह से 400 के पार पहुंचा AQI

दिल्ली में इस साल दिसंबर के पहले तीन हफ्तों में न्यूनतम तापमान सामान्य से लगभग एक डिग्री कम रहा है, जिससे वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है और एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंच गया है. पिछले 15 वर्षों में यह सबसे कम औसत न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है.

Advertisement
X
दिल्ली में प्रदूषण का कारण हैं कड़ाके की सर्दी. (photo: ITG)
दिल्ली में प्रदूषण का कारण हैं कड़ाके की सर्दी. (photo: ITG)

दिल्ली में इस साल सर्दी का प्रकोप पिछले वर्षों की तुलना में काफी ज्यादा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के दिल्ली के आंकड़ों के अनुसार, इस साल दिसंबर के पहले तीन हफ्तों में औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहा. वहीं, तापमान में आई इस महत्वपूर्ण गिरावट की वजह से प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंच गया है.

आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में दिसंबर की शुरुआत में सामान्य न्यूनतम तापमान 9.01 डिग्री सेल्सियस है, लेकिन इस साल एक दिसंबर से 21 दिसंबर के बीच औसत न्यूनतम तापमान गिरकर 8.12 डिग्री रह गया है.


जलवायु विशेषज्ञों के अनुसार, इन तीन हफ्तों में करीब एक डिग्री की गिरावट काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है. पिछले 15 सालों में केवल इसी अवधि के लिए सबसे कम औसत न्यूनतम तापमान केवल दो सालों- 2024 (7.69 डिग्री) और 2022 (7.88 डिग्री) में दर्ज किया गया था. इससे पहले के कई साल तुलनात्मक रूप से ज्यादा गर्म थे: 2016 में औसत 9.84 डिग्री, 2013 में 9.91 डिग्री और 2012 में 9.92 डिग्री था.

दिसंबर में टूटा रिकॉर्ड

वहीं, दिल्ली के अधिकतम तापमान से भी संदर्भ मिलता है. दिसंबर के पहले तीन हफ्तों में औसत 23.85 डिग्री रहा जो सामान्य 23.93 डिग्री के करीब है, लेकिन कई हाल के सालों से काफी कम है.


उदाहरण के लिए 2022 में इसी अवधि का औसत अधिकतम तापमान 25.18 डिग्री था; 2023 में 24.75 डिग्री और 2024 में 24.32 डिग्री था. इसका महत्व इसलिए है, क्योंकि दिल्ली की सर्दियां ठंडी रातों से ज्यादा प्रभावित होती हैं, गर्म दिनों से नहीं.

Advertisement

इस वजह से बढ़ प्रदूषण

विशेषज्ञों की मानें तो तापमान में गिरावट का दिल्ली के वायु प्रदूषण पर सीधा असर पड़ता है. अक्टूबर से दिसंबर 2025 तक के हर दिन के AQI और न्यूनतम तापमान के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि जैसे-जैसे तापमान गिरा, वायु प्रदूषण बढ़ता चला गया.

उदाहरण के लिए अक्टूबर की शुरुआत में जब न्यूनतम तापमान 20 डिग्री के आसपास था, तब दिल्ली का एक्यूआई “मध्यम” श्रेणी में था. अक्टूबर के अंत में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री से नीचे गिरते ही एक्यूआई लगातार 250 के पार चला गया. नवंबर और दिसंबर में स्थिति और खराब हुई जब न्यूनतम तापमान आगे गिरा.

नवंबर की शुरुआत से जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे गया तो दिल्ली का एक्यूआई “बहुत खराब” और “गंभीर” श्रेणी में पहुंच गया. दिसंबर में कुछ सबसे ठंडी रातों में, जब तापमान 5 से 8 डिग्री के बीच गिरा, उसके अगले दिनों में एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया.

कोल्ड वेब का अलर्ट

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दिसंबर के लास्ट में दिल्ली समेत उत्तर भारत में कोल्ड वेब  (शीत लहर) की स्थिति बन रही है. का प्रकोप बना रहेगा. विभाग का कहना है कि ये अलर्ट देखे गए तापमान के रुझानों से मिलती जुलती है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement