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पहली बार किसी केस में सोनिया गांधी पर चार्जशीट, वो मामले जिनमें जांच के दायरे में है गांधी परिवार

सोनिया गांधी, राहुल गांधी के खिलाफ इस समय मुख्य रूप से नेशनल हेराल्ड मामले में अदालती कार्यवाही चल रही है. जबकि सोनिया गांधी के दामाद और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लैंड डील के दो मामलों में जांच हो रही है. ये मामले हरियाणा और राजस्थान से जुड़े हैं. इसके अलावा राहुल गांधी मानहानि के कुछ मामलों में भी अदालती कार्यवाही का सामना कर रहे हैं.

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सोनिया और राहुल गांधी नेशनल हेराल्ड केस में ED की जांच का सामना कर रहे हैं.
सोनिया और राहुल गांधी नेशनल हेराल्ड केस में ED की जांच का सामना कर रहे हैं.

नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कई नेताओं के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दिया है. इस केस में ED ने आरोपियों पर 988 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया है. वहीं कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ गुरुग्राम लैंड डील केस में बुधवार को दूसरी बार पूछताछ हो रही है. पिछले दो दिनों में ये कांग्रेस के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों की दूसरी बड़ी कार्रवाई है.

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आइए हम जानते हैं कि नेहरू गांधी फैमिली के अहम सदस्यों के खिलाफ कौन कौन से कानूनी मामले चल रहे हैं.

केस- नेशनल हेराल्ड केस, आरोपी- सोनिया गांधी, राहुल गांधी

नेशनल हेराल्ड केस की चार्जशीट में सोनिया गांधी को आरोपी नंबर 1 और राहुल गांधी को आरोपी नंबर 2 बनाया गया है. इनके अलावा सुमन दुबे, सैम पित्रोदा, यंग इंडियन (कंपनी), डॉटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड और सुनील भंडारी को भी आरोपी बनाया गया है. इस मामले में अगली सुनवाई 25 अप्रैल 2025 को होगी, जिसमें कोर्ट चार्जशीट पर संज्ञान ले सकता है.

कोर्ट ने इस मामले पर 26 जून 2014 को संज्ञान लिया था. बता दें कि 26 मई 2014 को केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बन चुकी थी. 

लेकिन इससे पहले बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने 2012 में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में शिकायत दर्ज की, जिसमें आरोप लगाया गया कि सोनिया और राहुल गांधी ने YIL (यंग इंडिया लिमिटेड) के माध्यम से AJL (Associated Journals Limited) की 2000 करोड़ रुपये की संपत्तियों (दिल्ली, मुंबई, लखनऊ में प्राइम प्रॉपर्टी, जैसे हेराल्ड हाउस) को धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए हड़प लिया.

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ED का दावा है कि यह एक आपराधिक साजिश थी, जिसमें 988 करोड़ रुपये की अवैध कमाई शामिल थी. जांच में फर्जी किराया, बनावटी विज्ञापन, और फर्जी डोनेशन के जरिए 85 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की हेराफेरी का खुलासा हुआ.

यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत जांच के दायरे में है.

ED की चार्जशीट में आरोप लगाए गए हैं कि वर्ष 2010 में एक आपराधिक साज़िश के तहत AJL की लगभग 2000 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अवैध रूप से हड़पने की योजना बनाई गई. बताया गया है कि AJL के 99% शेयर महज 50 लाख रुपये में 'यंग इंडियन' नाम की निजी कंपनी को ट्रांसफर कर दिए गए.

इस मामले में राहुल गांधी और सोनिया गांधी की भूमिका अहम थी. 'यंग इंडियन' में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की कुल 76% हिस्सेदारी थी. बाकी 24% शेयर मोतीलाल वोहरा और ऑस्कर फर्नांडीस के पास थे, जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे. AICC (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी) ने AJL को पहले 90.21 करोड़ रुपये का लोन दिया था, जिसे बाद में 9.02 करोड़ रुपये के शेयरों में बदलकर यंग इंडियन को मात्र 50 लाख रुपये में दे दिया गया.

चार्जशीट में लिखा गया है कि 'यंग इंडियन' नाम की कंपनी को एक गैर-लाभकारी संस्था के तौर पर 'Section 25 कंपनी' के रूप में रजिस्टर्ड किया गया था. जांच में पाया गया कि यंग इंडियन कोई सामाजिक या चैरिटेबल काम नहीं करती है.

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ईडी ने 20 नवंबर 2023 को AJL की लगभग 752 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अटैच किया. आरोप है कि ये संपत्तियां मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए हड़पी गई थीं.

बता दें कि यह पहला मामला है जिसमें सोनिया और राहुल गांधी को किसी चार्जशीट में औपचारिक रूप से आरोपी बनाया गया है. 

केस- गुरुग्राम लैंड डील, आरोपी-रॉबर्ट वाड्रा

ये केस 2008 का है. तब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा राज्य के मुख्यमंत्री थे. फरवरी 2008 में ही रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव (सेक्टर 83) में 3.5 एकड़ जमीन ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से खरीदी. ये डील 7.5 करोड़ रुपये में हुई थी. 

आरोप है कि इस जमीन का म्यूटेशन घंटों में ही पूरा करवा लिया गया था. इसके बाद, मार्च 2008 में, हरियाणा सरकार ने स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी को इस जमीन पर व्यावसायिक कॉलोनी विकसित करने का लाइसेंस (लेटर ऑफ इंटेंट) जारी किया. 

बाद में स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने हुड्डा के प्रभाव से कॉलोनी के विकास के लिए कमर्शियल लाइसेंस हासिल करने के बाद इस जमीन को जून 2008 में 58 करोड़ रुपये की कीमत पर डीएलएफ यूनिवर्सल लिमिटेड को बेच दिया.

इस मामले में सितंबर 2018 में, गुरुग्राम के खेड़की दौला पुलिस स्टेशन में वाड्रा, तत्कालीन सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, डीएलएफ और ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज के खिलाफ एक FIR दर्ज की गई थी. नूह के रहने वाले शिकायतकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र शर्मा ने आरोप लगाया कि इस सौदे में आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और 50 करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ.

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केस- बीकानेर लैंड डील, आरोपी- रॉबर्ट वाड्रा

यह पूरा मामला बीकानेर के कोलायत क्षेत्र में 275 बीघा जमीन खरीद-फरोख्त से जुड़ा हुआ है. इस मामले की जांच ईडी में चल रही है. इस जमीन को बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के विस्थापित लोगों को अलॉट की किया जाना था. लेकिन इसे गलत तरीके से खरीदा गया.

बीकानेर लैंड डील मामले में जोधपुर कोर्ट में सुनवाई चल रही है. यह मामला रॉबर्ट और उनकी मां मॉरिन वाड्रा से जुड़ा है, जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) कर रहा है. मामला वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड और बिचौलिए महेश नागर की याचिका से संबंधित है. 

275 बीघा जमीन की खरीद-फरोख्त में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां मॉरिन वाड्रा घिरे हुए हैं, जिनकी गिरफ्तारी पर कोर्ट द्वारा अंतरिम रोक लगाई गई थी. वाड्रा ने यह जमीन बीकानेर के कोलायत इलाके में खरीदी थी, लेकिन बाद में बेच दी. राजस्थान सरकार इस सौदे को पहले ही रद्द कर चुकी है. आरोप है कि जमीन गलत तरीके से निजी क्षेत्र को दी गई.

2015 में राजस्थान पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज की थी, जिसे बाद में CBI ने अपने हाथ में लिया.

इस मामले में वाड्रा से इस मामले में कई बार पूछताछ हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस चार्जशीट या सजा नहीं हुई है.

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मानहानि केस में राहुल गांधी पर कई मुकदमे

इन मामलों के अलावा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर मानहानि के कई मामले चल रहे हैं. 2019 में राहुल गांधी पर सबसे ज्यादा 5 मुकदमे दर्ज किए गए. मामला मोदी सरनेम से जुड़ा था. राहुल ने एक रैली में सवाल उठाते हुए कहा था कि सारे मोदी सरनेम के लोग ही चोर क्यों हैं?

इस मामले में राहुल पर सूरत, पटना, रांची, अहमदाबाद और नई दिल्ली में केस किया गया था. सूरत केस में उन्हें दोषी भी ठहराया जा चुका है. सूरत केस की वजह से ही 2023 में राहुल गांधी की सदस्यता गई थी. बाकी मामलों में सुनवाई चल रही है. 

* 2014 में राहुल गांधी ने आरएसएस पर महात्मा गांधी की हत्या का आरोप लगाया था. एक संघ कार्यकर्ता ने राहुल पर आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत मामला दर्ज कराया. ये केस महाराष्ट्र के भिवंडी कोर्ट में चल रहा है.

* 2016 में राहुल गांधी के खिलाफ असम के गुवाहाटी में धारा 499 और 500 के तहत मानहानि का केस दर्ज किया गया था. ये मामला भी अभी कोर्ट में पेंडिंग है.

*2017 में बेंगलुरु में पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में RSS को कथित तौर पर जोड़ने के लिए राहुल गांधी के खिलाफ मुंबई में मानहानि की शिकायत दर्ज कराई गई.

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* साल में 2018 में राहुल गांधी के खिलाफ  3 मुकदमे दर्ज किए गए. पहला मुकदमा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और दूसरा मुकदमा सुल्तानपुर में दर्ज किया गया. तीसरा मुकदमा झारखंड के रांची में दर्ज किया गया था. राहुल गांधी पर दोनों मुकदमा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर विवादित टिप्पणी को लेकर किया गया था. यह मुकदमा भी मानहानि से जुड़ा हुआ है. ये मुकदमे अभी चल रहे हैं.

* 2022 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर दो मुकदमे दर्ज किए गए. पहला मुकदमा बेंगलुरु में दर्ज किया गया. यह केस कॉपीराइट उल्लंघन से जुड़ा है. राहुल पर आरोप है कि उन्होंने बिना परमिशन अपनी यात्रा का थीम सॉन्ग तैयार करने के लिए कॉपीराइट का उल्लंघन किया. राहुल पर दूसरा मामला लखनऊ में दर्ज है. राहुल पर इस केस में वीर सावरकर पर विवादित टिप्पणी का आरोप है.

* 2024 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर 4 मुकदमे दर्ज किए गए. जनवरी 2024 में असम में राहुल पर भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में केस दर्ज किया गया था. इसी महीने राहुल गांधी पर कर्नाटक के बेंगलुरु में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को लेकर विवादित टिप्पणी के आरोप में केस दर्ज किया गया.

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