उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर का उद्धाटन होने जा रहा है. इससे पहले इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी हो रही है. ऐसे में कांग्रेस के नेताओं के सामने असमंजस की स्थिति थी कि वे मंदिर के उद्घाटन के मौके पर जाएं या नहीं. इस मुद्दे पर स्पष्टता के लिए कांग्रेस मुख्यालय में एक बैठक हुई.
सूत्रों ने आजतक को बताया गुरुवार को एआईसीसी मुख्यालय में हुई मंथन बैठक में अयोध्या पर चर्चा की गई. राज्य के कांग्रेसी नेता पार्टी की रणनीति पर स्पष्टता चाहते थे. वे यह भी जानना चाहते थे कि क्या मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी समारोह में जाएंगी?
कांग्रेसी नेता राम मंदिर जाने के लिए स्वतंत्र
कांग्रेस आला कमान ने इस बैठक में उन नेताओं को हरी झंडी दे दी है, जो राम मंदिर में पूजा करने के लिए अयोध्या जाना चाहते हैं. यूपी के कांग्रेसी नेता 22 जनवरी को प्रतिष्ठा समारोह से एक-दो दिन पहले अयोध्या जाने की योजना बना रहे हैं. बिहार के कांग्रेसी नेता भी बीजेपी के दावे का जवाब देने के लिए मंदिर जाने की योजना बना रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार, खड़गे ने आगे कहा कि पार्टी के पास नेताओं के लिए कोई आदेश नहीं है. जो कोई भी मंदिर में माथा टेकने जाना चाहता है, वह जाने के लिए स्वतंत्र है. सूत्रों ने बताया कि यूपी अध्यक्ष अजय राय और बिहार प्रमुख अखिलेश प्रसाद सिंह के 20 या 21 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर जा सकते हैं.
खड़गे और सोनिया जाएंगी या नहीं, नहीं दिया गया जवाब
कांग्रेसी नेताओं के इस सवाल के जवाब में कि क्या मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी समारोह में जाएंगी? सूत्रों ने कहा कि इस बात का हां या न में कोई जवाब नहीं दिया गया. हालांकि, खड़गे ने संकेत दिया कि उन्हें राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और सोनिया गांधी को कांग्रेस संसदीय दल के अध्यक्ष के रूप में निमंत्रण पत्र भेजा गया है.
लिहाजा, हर कोई अपने-अपने अनुसार कयास लगा रहा था. सभी नेताओं से कहा गया कि बैठक में जो कुछ हुआ है, उसके बारे में मीडिया से बात न करें.