उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बीच सोमवार को दिल्ली में महत्वपूर्ण मुलाकात हुई. सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी इस मुलाकात के दौरान 15 जून को लखनऊ में होने वाले पुलिस भर्ती नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में अमित शाह को आमंत्रित करने के लिए पहुंचे थे. हालांकि इस भेंट को केवल शिष्टाचार भेंट नहीं माना जा रहा, बल्कि इसे कई राजनीतिक संदेशों से जोड़कर देखा जा रहा है.
बताया जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर गृहमंत्री को राज्य की कानून व्यवस्था और हालिया पार्लियामेंट चुनाव के परिणामों से जुड़े मुद्दों पर भी ब्रीफिंग दी. खास बात यह है कि सीएम योगी और अमित शाह के बीच यह मुलाकात लंबे समय बाद हुई है, ऐसे में इसे लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं.
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हाल में दोनों के बीच के संबंधों को लेकर हो रही चर्चाओं पर भी इस मुलाकात के बाद विराम लगेगा. बीजेपी के भीतर मतभेद और सहयोगी दलों के रवैये पर सवाल उठाए जा रहे थे. लेकिन अब सीएम योगी की शाह से मुलाकात और बहराइच में ओमप्रकाश राजभर के साथ उनकी जनसभा यह संकेत दे रही है कि योगी आदित्यनाथ केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर सहयोगियों को साधने में लगे हैं. इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में यह माना जा रहा है कि "ऑल इज वेल" का संदेश स्पष्ट रूप से देने की कोशिश हो रही है.