पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा हिरासत में लिए गए बीएसएफ कांस्टेबल पूर्णम कुमार साहू की पत्नी ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनसे फोन पर बात की और सीमा सुरक्षा बल के जवान की रिहाई के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया.
BSF जवान की पत्नी रजनी ने कहा कि रविवार शाम को मुख्यमंत्री ने उन्हें फोन किया, जिसके बाद उन्होंने अपने पति की रिहाई में तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने की मांग की और सीएम से मिलने की इच्छा जताई.
दरअसल, पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में तैनात चालीस वर्षीय साहू 23 अप्रैल को अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गए, जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया.
सीएम ने दिया हर संभव मदद का आश्वासन
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिशरा की निवासी रजनी ने मीडिया को बताया, 'मुख्यमंत्री ने मेरे स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली और मुझे आश्वासन दिया कि यदि आवश्यक हुआ तो मेरे बुजुर्ग ससुराल वालों को चिकित्सा सहायता दी जाएगी. उन्होंने मेरे पति की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का भी आश्वासन दिया है.'
रजनी ने ये भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच जमीन, हवा और समुद्र पर सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को रोकने के लिए बनी सहमति के बाद उन्होंने BSF अधिकारियों से बात की, लेकिन उन्हें अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है.
बीएसएफ जवान की पत्नी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनके पति को एक पाकिस्तानी रेंजर के साथ संभावित अदला-बदली के जरिए वापस लाया जा सकता है, जिसे 3 मई को राजस्थान में भारतीय बलों ने पकड़ लिया था.
वहीं, टीएमसी के सीनियर नेता और सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि उन्होंने पूर्णम कुमार साहू की रिहाई के संबंध में शनिवार शाम को BSF के डायरेक्टर से बात की है.