समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान 23 महीने की कैद के बाद आखिरकार रिहा हो चुके हैं. इस बीच जब वह कार्यकर्ताओं के साथ रामपुर पहुंचे तो भड़क गए.
आजम खान सपा कार्यकर्ताओं के साथ रामपुर पहुंचे तो हाईवे पर पुलिस द्वारा रोके जाने पर भड़क गए. उन्होंने कहा कि ये किस तरह का इंतजाम है कि रास्ता ही रुकवा दे रहे हैं. आजम ने कहा कि ये इंतजाम है, आपने रास्ता रुकवा दिया. वाह ये इंतजाम है.
बता दें कि कल सांसद रूचि वीरा सहित कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक दिया था. आजम खान को डूंगरपुर प्रकरण में 10 साल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन उन्हें इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिली है. उन्होंने एमपी-एमएलए सेशन कोर्ट में दाखिल की थीं. कोर्ट ने जमानतियों का सत्यापन करने का आदेश दिया था, जिसकी रिपोर्ट सोमवार को पुलिस और राजस्व प्रशासन ने कोर्ट में जमा कर दी थी.
उत्तर प्रदेश के रामपुर से जुड़ा आजम खान का चर्चित क्वालिटी बार प्रकरण लंबे समय से विवादों में है. आरोप है कि 2013 में मंत्री रहते हुए उन्होंने सिविल लाइंस क्षेत्र की क्वालिटी बार की जमीन को अवैध रूप से पत्नी तंज़ीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आज़म के नाम करा ली थी.
2019 में मालिक गगन अरोड़ा की शिकायत पर एफआईआर दर्ज हुई और परिवार को आरोपी बनाया गया. 2024 में आजम को मुख्य आरोपी घोषित किया गया. मई 2025 में एमपी-एमएलए कोर्ट ने जमानत अर्जी खारिज की, लेकिन सितंबर 2025 में इलाहाबाद हाईकोर्ट से उन्हें राहत मिल गई. तब से वह सीतापुर जेल में बंद थे.