Amarnath Yatra 2024: अमरनाथ यात्रा का कर रहे प्लान? इन बातों का ख्याल रखना जरूरी, पढ़ें पूरी गाइडलान्स
Amarnath Yatra 2024: अगर आप अमरनाथ यात्रा के लिए जाना चाहते हैं तो रजिस्ट्रेशन से पहले आपको अमरनाथ श्राइन बोर्ड की तरफ से जारी की गई गाइडलाइन पढ़ लेनी चाहिए.
Amarnath Yatra 2024: अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2024) की शुरुआत आज (29 जून) से हो गई है. इस बार यह यात्रा 52 दिनों की होगी. अगर आप अमरनाथ यात्रा के लिए जाना चाहते हैं तो ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से पहले आपको यात्रा को लेकर जरूरी गाइडलाइन जान लेनी चाहिए.
रजिस्ट्रेशन के लिए हेल्थ सर्टिफिकेट जरूरी अमरनाथ यात्रा रजिस्ट्रेशन के लिए आपके पास हेल्थ सर्टिफिकेट होना चाहिए. हेल्थ सर्टिफिकेट आपको किसी सरकारी अस्पताल के डॉक्टर या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त मेडिकल इंस्टीट्यूट से बनवाना होगा. अगर आपके पास 8 अप्रैल से पहले का बना हुआ हेल्थ सर्टिफिकेट है तो वह मान्य नहीं होगा.
इस लिंक से कर सकते हैं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
अगर आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं तो आपको आधिकारिक वेबसाइट https://jksasb.nic.in/ पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
यात्रा के दौरान हो सकती हैं ये परेशानियां
अमरनाथ गुफा की तीर्थयात्रा में 14800 फीट तक की ऊंचाई पर ट्रैकिंग शामिल है. इस दौरान कई यात्रियों को ऊंचाई पर होने वाली बीमारी जैसे- भूख में कमी, मतली, उल्टी, थकान, कमजोरी, चक्कर आना और सोने में कठिनाई हो सकती है. इसके अलावा मानसिक स्थिति में बदलाव, सीने में जकड़न, तेजी से सांस लेना और हार्ट रेट तेज हो सकता है.
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यात्रा में होने वाली परेशानी से बतने के उपाय
इससे बचने के लिए यात्रा पर जाने से पहले सुबह या शाम को 4-5 किलोमीटर जरूर टहलें. इसके साथ ही आपको योग, प्राणायाम करना चाहिए ताकि स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत न हो. यात्रा के दौरान डिहाइड्रेशन से बचने के लिए हर दिन 4-5 लीटर पानी पीना शुरू कर दें. थकान को कम करने के लिए कार्बोहाइड्रेट का भरपूर सेवन करें. अगर आपको पहाड़ों पर सांस से जुड़ी परेशानी होती है तो अपने साथ पोर्टेबल ऑक्सीजन अवश्य रखें.
यात्रा के दौरान ध्यान रखें ये बात
यात्रा से पहले जम्मू/कश्मीर डिवीजन से Radio Frequency Identification (RFID) कार्ड लेना अनिवार्य है. RFID कार्ड लेने जाने के लिए आपको अपना आधार कार्ड लेकर जाना होगा.
सुरक्षा के लिए यात्रा के दौरान हर समय अपना आरएफआईडी टैग अपने गले में पहनें.
यात्रा के दौरान पर्याप्त मात्रा में ऊनी कपड़े अपने साथ रखें क्योंकि कभी-कभी तापमान अचानक 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिर सकता है.
छाता, विंड चीटर, रेनकोट और वॉटरप्रूफ जूते अवश्य साथ रखें. अपने सामान को गीले होने से बचाने के लिए अपने कपड़े और खाने-पीने का सामान वाटरप्रूफ बैग में रखें.
किसी भी इमरजेंसी के लिए अपनी जेब में आपके साथ यात्रा करने वाले किसी भी यात्री का नाम/पता, मोबाइल टेलीफोन नंबर रखें.
ऊंचाई पर होने वाली बीमारी के लक्षणों को नजरअंदाज न करें.
शराब, कैफीनयुक्त पेय या धूम्रपान न करें.
अगर किसी जगह पर चेतावनी या डेंजर लिखा है तो वहां न रुकें.
पवित्र गुफा के दर्शन के दौरान चप्पलों का उपयोग न करें क्योंकि रास्ते पर काफी उतार-चढ़ाव है, केवल लेस वाले ट्रैकिंग जूते ही पहनें.
मार्ग पर किसी भी शॉर्टकट का प्रयास न करें क्योंकि ऐसा करना खतरनाक हो सकता है.
अपनी यात्रा के दौरान ऐसा कुछ भी न करें जिससे प्रदूषण हो या यात्रा क्षेत्र का पर्यावरण खराब हो.
राज्य में प्लास्टिक का उपयोग सख्ती से प्रतिबंधित है और कानून के तहत दंडनीय है.
अपना सामान उठाने वाले कुलियों/घोड़ों/टट्टुओं के साथ समूह में यात्रा करें.
यह सुनिश्चित करें कि समूह में शामिल सभी लोग आपकी नजर में रहें, ऐसा न हो कि आप अपने ग्रुप से अलग हो जाएं.
यदि आपके ग्रुप का कोई सदस्य लापता है तो तुरंत पुलिस की सहायता लें.
किसी भी दुर्घटना या आपातकालीन स्थिति के मामले में, तुरंत निकटतम शिविर निदेशक/विभिन्न स्थानों पर तैनात माउंटेन रेस्क्यू टीमों (एमआरटी) से संपर्क करें.
पूरे यात्रा क्षेत्र में लंगरों में निःशुल्क भोजन की सुविधा उपलब्ध है.
अन्य राज्यों के प्रीपेड सिम कार्ड जम्मू-कश्मीर और यात्रा क्षेत्र में काम नहीं करेंगे.
इन लोगों को यात्रा की परमिशन नहीं
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महिला यात्रियों को यात्रा के दौरान साड़ी नहीं पहननी चाहिए. सलवार कमीज, पैंट-शर्ट या ट्रैक सूट पहनें.
6 सप्ताह से अधिक की गर्भवती महिलाओं को तीर्थयात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
13 साल से कम उम्र के बच्चे और 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को तीर्थयात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी.
यात्रा के दौरान किसी भी समय नंगे पैर न चलें या ऊनी कपड़ों के बिना न रहें क्योंकि यात्रा क्षेत्र में तापमान कम रहता है और अचानक बदलता रहता है, आप बीमार हो सकते हैं.
खाली पेट यात्रा शुरू न करें, यदि आप ऐसा करते हैं, तो आप एक गंभीर बीमारी के शिकार हो सकते हैं.
पूरी यात्रा के दौरान ऐसा कुछ भी न करें जिससे प्रदूषण हो या क्षेत्र का वातावरण खराब हो.
इस हेल्पलाइन पर ले सकते हैं मदद
अगर आपको यात्रा से जुड़ी किसी मदद की जरूरत है तो आप हेल्पलाइन नंबर 14464 पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा आप जम्मू के टोल फ्री नंबर 18001807198 और श्रीनगर के टोल फ्री नंबर 18001807199 पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा आप अधिक जानकारी के लिए https:/jksasb.nic.in पर जा सकते हैं.