अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की ओर कूच करने पर अड़े किसानों और उनकी मांगों के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा का बयान सामने आया है. अर्जुन मुंडा ने कहा है कि वो पहले ही कह चुके हैं कि सरकार किसान संगठनों के साथ रचनात्मक तरीके से बात करने के लिए हमेशा कोशिश से जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार है.
इस मसले पर उन्होंने कहा कि किसान संगठनों को यह बात समझना जरूरी है कि जिस कानून की बात की जा रही है, उसके बारे में मौजूदा तरीके से कोई निर्णय नहीं लिया जा सकता है. सरकार बिना सोचे समझे ऐसा कोई कदम नहीं उठा सकती, जिससे बाद के दिनों में लोग बिना सोची समझी स्थिति के बारे में आलोचना करने लगे.
उन्होंने आगे कहा कि ऐसी किसी स्थिति की बजाए हमें यह कोशिश करनी चाहिए कि पहले चर्चा हो और इसके बाद हम इस मसले पर कोई कदम आगे बढ़ाएं. मुंडा ने किसानों से इस बात को लेकर भी अपील की कि उन्हें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि लोगों के आम जनजीवन को बाधित न किया जाए.
उन्होंने किसान से सामान्य लोगों के लिए कठिनाई न पैदा करने की बात कही. उन्होंने आगे कहा कि आम जनजीवन बाधित होने से समाधान की बजाय समस्या होती है और चीजें अधिक उलझती हैं. कृषि मंत्री ने किसान संगठनों से निवेदन करते हुए हुए कहा कि सरकार से संवाद का माहौल बनाए रखें और बातचीत का रास्ता मजबूत करें.
उन्होंने किसान संगठनों से किसी भी प्रकार के राजनीति से प्रेरित न होकर के काम करने की बात कहते हुए कहा कि किसान परिवारों की चिंता सरकार की चिंता है और किसान संगठनों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए.