पंजाब पुलिस के पूर्व महानिदेशक मोहम्मद मुस्तफा के भड़काऊ भाषण की ‘आजतक’ पर चली क्लिप की सच्चाई जांच में भी साबित हो गई है. 23 जनवरी को जब ये वायरल क्लिप ‘आजतक’ पर चली तो मुस्तफा ने इसमें छेड़छाड़ का आरोप लगाया. उन्होंने खुद के ऐसे किसी भी भाषण देने से साफ-साफ इनकार कर दिया. अब सीएफएसएल की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है. क्लिप सही पाई गई है. यानी ‘आजतक’ की खबर हमेशा की तरह सही निकली और मुस्तफा का इससे छेड़छाड़ का दावा पूरी तरह से निराधार.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि पंजाब के मालेरकोटला में जनवरी में एक चुनावी सभा हो रही थी. बगल में ही आम आदमी पार्टी की सभा भी चल रही थी. आम आदमी पार्टी की जनसभा में जुटी भीड़ को देखकर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के स्ट्रैटेजिक एडवाइजर मोहम्मद मुस्तफा को गुस्सा आ गया.
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गुस्साए मोहम्मद मुस्तफा ने आम आदमी पार्टी को धमकी देते हुए कहा, 'मैं इनकी तरह आरएसएस का एजेंट नहीं हूं. अगर अपनी पर आ गया, तो इनको एक भी जलसा नहीं करने दूंगा. मैं कौम का सिपाही हूं और कौम के लिए खड़ा रहूंगा.'
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मोहम्मद मुस्तफा ने ये भी कहा, 'प्रशासन और ये लोग मेरी बात समझ लें कि अगर मैं बिगड़ गया तो किसी के काबू नहीं आऊंगा.' मोहम्मद मुस्तफा आगामी पंजाब चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी की मालेरकोटला उम्मीदवार रजिया सुल्ताना के पति हैं. रजिया सुल्ताना राज्य मंत्री और मालेरकोटला से विधायक हैं. मुस्तफा इन्हीं के लिए प्रचार कर रहे थे.
निर्वाचन आयोग के सूत्रों के मुताबिक मुस्तफा के बयान को आपत्तिजनक मानते हुए जिला पुलिस ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की. मामले में जिला पुलिस अधीक्षक को नोटिस भेजा गया. लेकिन मुस्तफा ने बयान से मुकरते हुए कहा कि उनके भाषण के टेलीकास्ट में कोई गड़बड़ी की गई है. इस पर आयोग ने 'आजतक' पर प्रसारित वीडियो की ओरिजनल रिकॉर्डिंग मंगवाई. जिसके बाद मुस्तफा के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई.
मामले की जांच के लिए बाकायदा एसआईटी भी गठित की गई. SIT ने चार फरवरी को मालेरकोटला की अदालत में इन रिकॉर्डिंग की जांच कराए जाने की अर्जी डाली. अदालत की मंजूरी के बाद ‘आजतक’ पर प्रसारित न्यूज की रिकॉर्डिंग पेन ड्राइव के जरिए चंडीगढ़ की सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी यानी सीएफएसएल के पास भेजी गई. सीएफएसएल रिपोर्ट के मुताबिक मुस्तफा का दावा गलत है. सीएफएसएल ने उस बयान को एडिट किए जाने के दावे को सिरे से खारिज कर दिया. अब एसआईटी ने मुस्तफा को 21 फरवरी को अपने दफ्तर में पेश होने को कहा है.