कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव के आज नतीजे आ रहे हैं. कुछ देर में साफ हो जाएगा कि मल्लिकार्जुन खड़गे या शशि थरूर इनमें से कौन कांग्रेस का नया अध्यक्ष होगा. 24 साल बाद पहली बार ऐसा होगा जब पार्टी को गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष मिलेगा. उधर, हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. बीजेपी ने पहली लिस्ट में 62 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है. बीजेपी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सेराज विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. पढ़ें बुधवार सुबह की 5 बड़ी खबरें.
1) मल्लिकार्जुन खड़गे या शशि थरूर? कांग्रेस को आज मिलेगा नया अध्यक्ष
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव के आज नतीजे आ रहे हैं. कुछ देर में साफ हो जाएगा कि मल्लिकार्जुन खड़गे या शशि थरूर इनमें से कौन कांग्रेस का नया अध्यक्ष होगा. 24 साल बाद पहली बार ऐसा होगा जब पार्टी को गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष मिलेगा. इससे पहले सीताराम केसरी गैर गांधी अध्यक्ष रहे थे. कांग्रेस के 137 साल के इतिहास में अध्यक्ष पद के लिए 6वीं बार चुनाव हुए.
2) हिमाचल चुनावः बीजेपी ने 62 सीट पर घोषित किए उम्मीदवार, जयराम ठाकुर को सेराज से टिकट
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. बीजेपी ने पहली लिस्ट में 62 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया है. बीजेपी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सेराज विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है.
3) 'कालिख कम पड़ जाएगी', फारूक के टारगेट किलिंग वाले बयान पर LG सिन्हा का मुंहतोड़ जवाब
जम्मू कश्मीर में 15 अक्टूबर को आतंकियों ने कश्मीरी पंडित पूरन कृष्ण भट की हत्या कर दी थी. इसे लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि घाटी में टारगेटेड किलिंग कभी बंद नहीं होगा. इस पर एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि जो लोग सवाल उठा रहे हैं कि जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 के खत्म होने के बाद हिंसा बढ़ी है, उन्हें आंकड़ों को देखना चाहिए.
4) कबाड़ में डालो या फिर! दिल्ली में इस साल 50 लाख से अधिक गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द
साल 2018 से 2022 के बीच 53,38,045 वाहनों का पंजीकरण किया गया. हालांकि इस साल 17 अक्टूबर तक 50,25,447 वाहनों का पंजीकरण रद्द भी किया गया. 2018 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राजधानी दिल्ली में क्रमशः 10 साल और 15 साल से पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों के चलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.
5) 'रूस को फायदा पहुंचाने के लिए...' ओपेक प्लस पर क्यों भड़का अमेरिका?
तेल उत्पादक देशों के समूह ओपेक प्लस ने हाल ही में तेल उत्पादन में कटौती का ऐलान किया था. ओपेक प्लस में सऊदी अरब का दबदबा है और रूस भी इसका सदस्य है. इस ऐलान के बाद अमेरिकी सरकार सऊदी अरब पर भड़क गई. यहां तक कि अमेरिका अब सऊदी अरब से अपने रिश्ते को लेकर फिर से विचार करने पर सोच रहा है.