scorecardresearch
 

शिवराज का शराब बंदी का इरादा नहीं लेकिन और दुकानें नहीं खुलेंगी

शिवराज ने कहा, 'यह बड़ा ही कठिन काम है, क्योंकि यह हमारे प्रदेश में कई स्थानों पर परंपरा व समाज से जुड़ी हुई है. लेकिन उनकी सरकार नई शराब की दुकान नहीं खुलने देगी.'

Advertisement
X

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि राज्य में शराब की नई दुकान नहीं खुलेगी, शराब कारखानों को प्रोत्साहित नहीं किया जाएगा, मगर शराब बंदी का उनका कोई विचार नहीं है.

अभी हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने राज्य में शराब बंदी की घोषणा की है. इसी के मद्देनजर शनिवार को शिवराज से यह सवाल पूछा गया.
 
शिवराज ने कहा, 'यह बड़ा ही कठिन काम है, क्योंकि यह हमारे प्रदेश में कई स्थानों पर परंपरा व समाज से जुड़ी हुई है. लेकिन उनकी सरकार नई शराब की दुकान नहीं खुलने देगी.'
 
गौरतलब है कि शिवराज 29 नवंबर को बतौर मुख्यमंत्री 10 वर्ष पूरे कर रहे हैं.
 
अपने 10 वर्ष के शासनकाल पर संतोष जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, 'राज्य में सामाजिक समरसता का माहौल है. हर वर्ग का उन्हें समर्थन हासिल है और सभी के कल्याण के लिए राज्य सरकार योजनाएं संचालित कर रही है. राज्य में अवसंरचना विकास से लेकर सिंचाई आदि के क्षेत्र में बड़े काम हुए हैं.'
 
देश में असहिष्णुता को लेकर छिड़ी बहस पर चौहान ने कहा, 'देश में असहिष्णुता बढ़ने की बात कहना बेमानी है. देश में पूरी तरह सहिष्णुता का माहौल है. यहां सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है. देश के कुछ हिस्सों में घटनाएं हुईं, उन्हें असहिष्णुता से जोड़ना ठीक नहीं है.'
 
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह साधारण किसान परिवार से आते हैं, उनका लक्ष्य खेती को फायदे का धंधा बनाने का है. उस दिशा में उनकी ओर से प्रयास जारी है. यही कारण है कि बीते 10 वर्षों में राज्य ने काफी प्रगति की है. उत्पादन कई गुना बढ़ गया है. प्रतिव्यक्ति आय भी बढ़ी है.
 
मुख्यमंत्री पर नौकरशाही के हावी होने के आरोप लगते रहे हैं, इस पर चौहान ने कहा कि वह जो ठान लेते हैं उसे करते हैं, नौकरशाही के हावी होने की बात गलत है, और वह और प्रशासनिक अमले के साथ मिलकर एक टीम बनाकर काम करते हैं.

इनपुट- IANS

Advertisement
Advertisement