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शहादत को सलाम: पति का चेहरा देख बेसुध हुई पत्नी, बेटे ने दी मुखाग्नि

कुपवाड़ा में शहीद जवान अमरीक सिंह का उनके पैतृक गांव गणु मदवाड़ा में अंतिम संस्कार किया गया. बेटे अभिनव ने मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी. अमरीक साल 2001 में सेना में भर्ती हुए थे. इन दिनों वह माछिल सेक्टर में तैनात थे. मंगलवार को कुपवाड़ा में हुए हादसे में वो शहीद हो गए थे.

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शहीद अमरीक सिंह
शहीद अमरीक सिंह

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद जवान अमरीक सिंह का हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में उनके पैतृक गांव गणु मदवाड़ा में अंतिम संस्कार किया गया. शहीद को उनके बेटे अभिनव ने मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी. शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए सैलाब उमड़ पड़ा. 

गौरतलब है कि हवलदार अमरीक सिंह (39 साल) बीते मंगलवार को कुपवाड़ा में हुए हादसे में शहीद हो गए थे. अमरीक साल 2001 में सेना में भर्ती हुए थे. इन दिनों वह माछिल सेक्टर में तैनात थे. 

शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही चीख पुकार मच गई. शहीद की पत्नी रुचि, बेटा अभिनव, मां ऊषा देवी, पिता धर्मपाल सिंह, बड़े भाई अमरजीत सिंह और छोटे भाई हरदीप सिंह के साथ ही मौजूद हर शख्स फफक-फफककर रोने लगा.

शहीद अमरीक सिंह का चेहरा देखते ही उनकी पत्नी और मां बेसुध हो गईं. दोनों को नाते-रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों ने ढांढस बंधाया. इसके बाद पार्थिव देह को अंतिम दर्शनों के लिए रख गया. इस दौरान अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की गईं. बेटे ने शहीद पिता को मुखाग्नि दी.

(रिपोर्ट- संदीप खड़वाल)

 

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