दिल्ली में बुधवार को मुख्यमंत्री के चुनाव का फैसला उसी अंदाज में हुआ, जिस अंदाज में T-20 के किसी मैच में सुपरओवर खेला जाता है. इस फैसले में रोमांच इतना था कि आखिर तक किसी के लिए भी ये बताना मुश्किल था कि बीजेपी ने मुख्यमंत्री के लिए किस नेता का चुनाव किया है. पहली बार विधायक बनी रेखा गुप्ता को विधायक दल का नेता चुन लिया गया. सबसे दिलचस्प बात ये है कि चुनावों में अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा ने ही रेखा गुप्ता को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा और इस प्रस्ताव पर बीजेपी के सभी विधायकों ने अपनी सहमति जताई.
अब रेखा गुप्ता 20 फरवरी को रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी. बीजेपी नेताओं रविशंकर प्रसाद, ओपी धनखड़, दिल्ली बीजेपी प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा और अन्य के साथ रेखा गुप्ता (50) ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया. वह और उनके कैबिनेट मंत्री गुरुवार को रामलीला मैदान में पद की शपथ लेंगे.
सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी के बाद वह दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री होंगी. शपथ लेने पर वह ममता बनर्जी के साथ देश की दूसरी मौजूदा महिला मुख्यमंत्री होंगी. साथ ही, वह वर्तमान में बीजेपी शासित राज्यों में एकमात्र महिला मुख्यमंत्री होंगी. बीजेपी सरकार में उपमुख्यमंत्री होगा या नहीं, इस बारे में पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. पार्टी सूत्रों ने बताया कि दिल्ली मंत्रिमंडल में सभी समुदायों को प्रतिनिधित्व दिया जाएगा.
प्रधानमंत्री मोदी, उनके कैबिनेट सहयोगियों और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित लगभग 50,000 लोग गुरुवार को उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे. इस समारोह के लिए शहर के मध्य, उत्तर और नई दिल्ली क्षेत्रों में 25,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे.
नतीजों के 11 दिन बाद सीएम फेस पर लगी मुहर
बुधवार को केंद्रीय पर्यवेक्षक रविशंकर प्रसाद और ओपी धनखड़ की मौजूदगी में आयोजित विधायक दल की बैठक में बीजेपी के सभी 48 नवनिर्वाचित विधायक शामिल हुए. रेखा गुप्ता के नाम का प्रस्ताव पार्टी के वरिष्ठ नेताओं प्रवेश वर्मा, विजेंद्र गुप्ता और सतीश उपाध्याय ने रखा. यह घोषणा 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के 11 दिन बाद की गई. घोषणा के तुरंत बाद रेखा गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि वह दिल्ली के हर निवासी के कल्याण, सशक्तिकरण और समग्र विकास के लिए पूरी ईमानदारी, निष्ठा और समर्पण के साथ काम करेंगी.
करीब 30 हजार वोटों से दर्ज की थी जीत
रेखा गुप्ता ने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रत्याशी को करीब 30 हजार वोटों से हराया था. वह दिल्ली नगर निगम में तीन बार पार्षद रह चुकी हैं और आरएसएस से उनका गहरा नाता रहा है. इस जीत के बाद से ही उनका नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा था.
रेखा गुप्ता ने इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की बंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराकर जीत हासिल की. रेखा गुप्ता शालीमार बाग से पार्षद रही हैं. वे यहां से तीसरी बार पार्षद चुनी गईं. वह पहले भी एमसीडी (MCD) में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाल चुकी हैं और कॉलेज के शुरुआती दिनों से ही बीजेपी से जुड़ी हुई हैं. वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की पूर्व महासचिव और अध्यक्ष, पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य और पार्टी की दिल्ली राज्य इकाई की महासचिव हैं.
शिक्षा और पारिवारिक पृष्ठभूमि
रेखा का जन्म 1974 में हरियाणा के जींद जिले के नंदगढ़ गांव में हुआ था. उनके पिता स्वर्गीय जय भगवान जिंदल और माता उर्मिला जिंदल हैं. एसबीआई बैंक में पिता की नौकरी लगने के बाद उनका परिवार 1976 में दिल्ली शिफ्ट हो गया था. हालांकि अब भी उनका परिवार जुलाना में कारोबार करता है. दिल्ली से सटे हरियाणा से ताल्लुक रखने की वजह से रेखा गुप्ता का अपने गृह राज्य में आना-जाना होता रहता है. रेखा गुप्ता की शादी दिल्ली के बिजनेसमैन मनीष गुप्ता से हुई है. उनके दो बच्चे (एक बेटा और एक बेटी) हैं.
आरएसएस से 32 साल तक जुड़ी रहीं गुप्ता ने 1992 में दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी. 1995-96 में वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की सचिव और 1996-97 में इसकी अध्यक्ष रहीं. 2002 में वह भाजपा में शामिल हुईं और पार्टी की युवा शाखा की राष्ट्रीय सचिव रहीं. रेखा गुप्ता ने मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भाजपा की महिला शाखा की प्रभारी के तौर पर भी काम किया है. वह भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं.
2007 में उत्तरी पीतमपुरा से पार्षद चुने जाने के बाद गुप्ता ने महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए काम किया. उन्होंने सुमेधा योजना जैसी पहल शुरू की, जिसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को उच्च शिक्षा हासिल करने में मदद मिली. वह तीन बार पार्षद चुनी गईं - 2007-2012, 2012-17 और 2022-25 तक शालीमार बाग से. नगर निकाय की महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति की प्रमुख के रूप में उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण अभियान का नेतृत्व किया.
रेखा गुप्ता का हरियाणा से ताल्लुक
मूल रूप से हरियाणा के जींद से आने वाली रेखा गुप्ता का जन्म साल 1974 में जुलाना में हुआ था. एसबीआई बैंक में पिता की नौकरी लगने के बाद उनका परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया था. हालांकि अब भी उनका परिवार जुलाना में कारोबार करता है. दिल्ली से सटे हरियाणा से ताल्लुक रखने की वजह से रेखा गुप्ता का अपने गृह राज्य में आना-जाना होता रहता है. विधायक बनने से पहले रेखा गुप्ता बीजेपी में संगठन के स्तर पर भी अहम जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं. वह बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और दिल्ली बीजेपी में महासचिव का पद संभाल रही हैं.