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यौन शोषण मामले में इंटर्न ने लिया जज गांगुली का नाम

सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए जज एके गांगुली पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली इंटर्न ने तीन जजों के सामने गवाही दे दी है. मिली जानकारी के अनुसार गवाही में इंटर्न ने जज एके गांगुली का नाम लिया है. समिति ने अपनी रिपोर्ट चीफ जस्टिस पी सतशिवम को सौंप दी है.

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सुप्रीम कोर्ट
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सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए जज एके गांगुली पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली इंटर्न ने तीन जजों के सामने गवाही दे दी है. मिली जानकारी के अनुसार गवाही में इंटर्न ने जज एके गांगुली का नाम लिया है. समिति ने अपनी रिपोर्ट चीफ जस्टिस पी सतशिवम को सौंप दी है. शीर्ष अदालत के एक अधिकारी ने बताया कि जज आरएम लोढा की अध्यक्षता वाली समिति ने जज गांगुली का बयान दर्ज करने के बाद गुरुवार को अपनी रिपोर्ट चीफ जस्टिस को सौंपी. जज गांगुली इस समय पश्‍िचम बंगाल राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष हैं. वह तीन फरवरी 2012 को सुप्रीम कोर्ट के जज पद से रिटायर हुए थे.

जज गांगुली 17 दिसंबर, 2008 को सुप्रीम कोर्ट के जज नियुक्त हुये थे. कानून की इस इंटर्न के आरोपों की जांच के लिए गठित जजों की समिति ने 13, 18, 19, 20, 21, 26 और 27 नवंबर को अपनी बैठकें की थी. एक अधिकृत बयान में कहा गया कि इन बैठकों में इंटर्न का बयान दर्ज किया गया. इंटर्न ने तीन हलफनामे भी पेश किए थे. चीफ जस्टिस ने 12 नवंबर को इस समिति का गठन किया था. समिति में जज लोढा के साथ जज एचएल दत्तू और जज रंजना प्रकाश देसाई भी शामिल थी.

'मैंने कोई पोस्‍टर नहीं लगाया था, वह खुद आई थी'
जज गांगुली ने कहा कि इंटर्न ने उनके साथ काम किया, हालांकि आधिकारिक रूप से वह उनके साथ काम करने के लिए नहीं आई थी. यह इंटर्न एक अन्य इंटर्न के स्थान पर आई थी जो विवाह के बाद विदेश चली गई थी. उन्होंने कहा, 'मैंने कोई पोस्टर नहीं लगाया था. वह खुद ही आई थी. यह लड़की काम के सिलसिले में कई बार मेरे घर भी आई थी.' वहीं, होटल के कमरे में लड़की को बुलाने संबंधी आरोप के बारे में उन्होंने कहा कि उस समय काम के सिलसिले में वह दिल्ली में थे और लड़की भी दिल्ली में थी. जज गांगुली के मुताबिक, 'मुझे पता है कि उसने क्या कहा था. सवाल यह है कि जब मैं दिल्ली में था तो वह भी दिल्ली में थी. वह खुद मेरे पास आई थी.' उन्होंने आगे कहा, अगर वह मेरे साथ काम करने में असहज महसूस कर रही थी तो वह जाने के लिए स्वतंत्र थी.

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'वह मेरे बच्‍चे की तरह थी'
जज गांगुली ने कहा कि इंटर्न उनके बच्चे की तरह थी और उन्होंने उसके प्रति वैसा ही व्यवहार किया. यह पूछे जाने पर कि क्या तीन जजों की समिति उनके खिलाफ कटु टिप्पणी करेगी, उन्होंने कहा, 'मैं नहीं जानता किस प्रकार की कटु टिप्पणी होगी. जनता में मेरा भरोसा है और जनता मेरे आचरण और न्यायिक कार्य से मेरा आकलन करेगी.' जज गांगुली ने कहा कि यदि यह सिलसिला जारी रहा तो जजों के लिए काम करना दुश्‍वार हो जायेगा. यह पूछने पर कि यदि उनसे अपनी बात सिद्ध करने के लिए कहा जाय, उन्‍होंने कहा कि मैं निगेटिव कैसे सिद्ध कर सकता हूं.

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