दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रभु श्री राम की याद आई है. उन्होंने रामराज्य से प्रेरणा लेकर दिल्ली के लिए 10 लक्ष्य तय किए हैं. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ''मैं हनुमान और श्री राम दोनों का भक्त हूं. प्रभु श्रीराम हम सबके आराध्य हैं. वो अयोध्या के राजा थे, उनके शासनकाल में सब अच्छा था. सब सुखी थे. हर सुविधा थी. उसे रामराज्य कहा गया.''
उन्होंने कहा कि, ''रामराज्य एक अवधारणा है. वो भगवान हैं हम उनसे तुलना तक नहीं कर सकते लेकिन उनसे प्रेरणा लेकर हम अगर एक सार्थक कोशिश भी कर सकें तो हमारा जीवन धन्य हो जाएगा.'' केजरीवाल ने कहा कि उसी अवधारणा को लेकर हम दिल्ली में काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि प्रभु राम और रामराज्य से प्रेरणा लेकर दिल्ली में 10 लक्ष्य तय किए हैं.
1) दिल्ली में कोई भूखा न सोए- इसके लिए अलग अलग योजनाएं बना रही है सरकार.
2) हर बच्चे को चाहे गरीब का बच्चा क्यों न हो उसको अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिये, एक जैसे पढ़ने के अवसर हम हर बच्चे को दे रहे हैं.
3) कोई बीमार हो जाये चाहे अमीर हो या गरीब उसको सबसे अच्छा इलाज मिलना चाहिए. हमने सरकारी अस्पतालों को ठीक किया.
4) कोई कितना भी गरीब क्यों न हो उसके घर मे अंधेरा न हो. 200 यूनिट बिजली हमने माफ कर दी. दिल्ली दुनिया का अकेला ऐसा राज्य है जहां 200 यूनिट बिजली फ्री मिलती है अमीर को भी गरीब को भी.
5) सबको पानी मिलना चाहिये चाहे अमीर हो या गरीब.
6) रोजगार सबके पास होना चाहिये- हम हर प्रयास कर रहे हैं, साफ नीयत से कोशिश कर रहे हैं.
7) हर आदमी के सर पर छत होनी चाहिए. हम चाहते हैं कि जो लोग झुग्गी झोपड़ी में रह रहे हैं उनको भी पक्का मकान मिले.
8) महिलाओं की सुरक्षा- पुलिस हमारे पास नहीं है लेकिन इसका रोना रोने से फायदा नहीं है. जिनका काम है वो करें. हमारा काम था सीसीटीवी लगाना, बसों में यात्रा फ्री करना और मार्शल लगाना. वो हमने किया.
9) बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराई गई है. हमारे धर्म ग्रंथों में लिखा है कि यह उनके जीवन का अंतिम चरण होता है. अयोध्या में भव्य मन्दिर बन जाये तो सभी बुजुर्गों को मन्दिर के दर्शन कराने ले जाएंगे.
10) आम आदमी पार्टी में सभी बराबर हैं. किसी भी धर्म जाति के हों. श्री राम ने भी सबरी के झूठे बेर खाये थे. उनके राज्य में किसी से भेद नहीं था..हमारी यही कोशिश है कि सभी एक दूसरे का आदर हमारी सरकार में करें.