मुंगेर के सदर अस्पताल में टॉर्च की रोशनी में मरीजों के इलाज का एक वीडियो सामने आया है. घटना का वीडियो वायरल होते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. दरअसल बिजली कटने के बाद मोबाइल की फ्लैशलाइट में नर्सों ने एक मरीज को इंजेक्शन लगाया है. वीडियो के सिविल सर्जन ने कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए हैं.
बताया जा रहा है कि अस्पताल की बिल्डिंग खस्ताहाल है. बारिश में पानी टपकता है और बिजली भी घंटों गुल रहती है. अस्पताल में एक जनरेटर भी है पर स्वास्थ्य कर्मियों की मनमानी के कारण कई बार मरीजों का इलाज अधेंर में ही डॉक्टरों को करना पड़ता है.
मोबाइल की टॉर्च लाइट में मरीज को लगाया इंजेक्शन
रविवार सुबह तेज आंधी के साथ बारिश और अस्पताल की बिजली चली गई. जनरेटर होने के बाद मरीजों का इलाज मोबाइल की टार्च की रोशनी में किया गया. लगभग एक घंटे तक सदर अस्पताल में प्रसूता वॉर्ड समेत कई वॉर्ड में अंधेरा रहा.
लाइट जाने पर नहीं चलाया जाता है कि अस्पताल का जनरेटर
ड्यूटी पर तैनात जीएनएम स्टॉफ निशा भारती ने बताया अस्पताल के हाल खराब हैं. बारिश में पानी टपकता है. कई बार ज्यादा बारिश होने से ड्यूटी रूम में भी पानी भर जाता है. अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर रमण कुमार ने बताया कि पूरा अस्पताल जर्जर है. पुरुष सर्जिकल वार्ड, महिला वार्ड, एसएनसीयू सहित अन्य विभाग की बिल्डिंगे जर्जर है. ऐसी हालत में मरीजों का इलाज करना बेहद मुश्किल है.