
सुपरहीरो फिल्म फ्रैंचाइजी 'ब्लैक पैंथर' और 'क्रीड' जैसी फिल्में डायरेक्ट कर चुके हॉलीवुड डायरेक्टर रायन कूगलर एक बार फिर से पूरी दुनिया को इम्प्रेस कर रहे हैं. बीते शुक्रवार उनकी नई फिल्म 'सिनर्स' थिएटर्स में रिलीज हुई जिसके स्टार माइकल बी. जॉर्डन हैं.
पहले ही वीकेंड में 'सिनर्स' को तगड़ी बॉक्स ऑफिस कामयाबी भी मिली. मगर फिल्म की रिलीज से पहले इसके राइट्स और प्रॉफिट को लेकर डायरेक्टर कूगलर ने एक ऐसी डील की थी जो बहुत चर्चा में रही. अब 'सिनर्स' की दमदार कमाई के बावजूद इस बात पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि फिल्म के प्रोडक्शन स्टूडियो को, कूगलर की डील की वजह से फायदा होगा या नहीं?
जोरदार कमाई करने वाली 'सिनर्स' के मुनाफे को लेकर उठ रहे सवालों पर भी सवाल उठ रहे हैं और इसे 'रेसिज्म' के एंगल से भी देखा जा रहा है. आइए बताते हैं क्या है पूरा मामला...
पहले वीकेंड में रिकॉर्ड वीकेंड कलेक्शन
'सिनर्स' को दुनिया भर के क्रिटिक्स से जमकर पॉजिटिव रिव्यू मिले हैं. सिनेमा फैन्स की फेवरेट तमाम रेटिंग वेबसाइट्स, चाहे वो लेटरबॉक्स्ड हो या रॉटन टोमेटोज, सब जगह फिल्म को इतनी शानदार रेटिंग्स मिली हैं जो हॉरर फिल्मों के लिए असाधारण मानी जाती हैं. वैम्पायर हॉरर ड्रामा के साथ, साउथ अमेरिका के अश्वेत समुदायों की संस्कृति पर बेस्ड 'सिनर्स' को लोग इस कदर पसंद कर रहे हैं कि सोशल मीडिया पर इसकी तारीफें करते नहीं थक रहे.
जमकर मिले पॉजिटिव रिव्यू और जनता से मिले शानदार वर्ड ऑफ माउथ से पहले ही, टीजर और ट्रेलर्स से ही जनता 'सिनर्स' देखने के लिए तैयार होने लगी थी. और जब कूगलर की फिल्म थिएटर्स में पहुंची तो धमाका ही हो गया.
अपने पहले वीकेंड में ही 'सिनर्स' ने यूएस बॉक्स ऑफिस पर 48 मिलियन डॉलर (भारतीय रुपये में लगभग 411 करोड़) का बिजनेस कर डाला. पिछले एक दशक में ये यूएस के घरेलू बॉक्स ऑफिस पर किसी ऑरिजिनल फिल्म का सबसे बड़ा ओपनिंग वीकेंड कलेक्शन रहा. जबकि वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर 'सिनर्स' बीते वीकेंड की दूसरी सबसे बड़ी फिल्म रही और इसका ग्रॉस कलेक्शन 63 मिलियन डॉलर (लगभग 538 रुपये) से ज्यादा रहा.
'सिनर्स' का बजट 90 मिलियन डॉलर यानी लगभग 770 करोड़ रुपये है. इस लिहाज से पहले तीन दिन में ही इसने जैसी कमाई की है वो इसे दमदार हिट बनाती है. मगर हॉलीवुड के कई बड़े पोर्टल्स और फिल्म बिजनेस एक्सपर्ट्स ने फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन रिपोर्ट करते हुए इस बात पर सवाल उठाया कि प्रोडक्शन हाउस वार्नर ब्रदर्स के लिए 'सिनर्स' फायदे का सौदा बनेगी या नहीं?
वैरायटी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- 'वार्नर ब्रदर्स की रिलीज का मार्केटिंग से पहले का बजट 90 मिलियन डॉलर है, इसलिए फिल्म का फायदेमंद होना अभी दूर की बात है.' इसी तरह बिजनेस इनसाइडर ने लिखा- 'सिनर्स' ने बॉक्स ऑफिस पर ओवरपरफॉर्म किया, लेकन केवल 60 मिलियन डॉलर कमाए.'
रिपोर्ट्स बताती हैं कि 2019 के बाद से किसी फिल्म ने पहले वीकेंड में 60 मिलियन डॉलर का कलेक्शन नहीं किया है. फिर भी 'सिनर्स' की कामयाबी पर जिस तरह सवाल उठ रहे हैं वो हैरान करने वाले हैं. पॉपुलर एक्टर बेन स्टिलर ने वैरायटी की रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'ऑरिजिनल स्टूडियो फिल्म का 60 मिलियन डॉलर की ओपनिंग करना, किस यूनिवर्स में इस तरह की हेडलाइन डिजर्व करता है?'
फिल्म की बॉक्स ऑफिस कामयाबी पर सवाल उठने की वजह है डायरेक्टर रायन कूगलर की स्टूडियो के साथ एक डील, जो फिल्म रिलीज होने से पहले ही चर्चा में थी.
रायन कूगलर ने 'सिनर्स' के लिए की ये अनोखी डील
वैरायटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, 'सिनर्स' की स्क्रिप्ट 2023 की सर्दियों से ही स्टूडियोज में घूमने लगी थी और जनवरी, 2024 से स्टूडियोज ने इसके लिए बोली लगानी शुरू कर दी. इस स्क्रिप्ट के साथ लगने वाला, लगभग 90 मिलियन डॉलर बजट देने के लिए तो स्टूडियोज तैयार थे. लेकिन इसके साथ ही कूगलर की तीन शर्तें भी थीं:
फाइनल कट- डायरेक्टर अपने विजन से फिल्म का फाइनल कट वर्जन तैयार करता है, जिसमें रिलीज से पहले क्रिएटिव कारणों और कई देशों में सेंसर की वजह से काट-छांट की जाती है. थिएटर तक पहुंचे वर्जन से अक्सर डायरेक्टर के कुछ पसंदीदा सीन्स गायब मिलते हैं. ऐसे में फाइनल कट वर्जनही डायरेक्टर का असली विजन होता है.
किसी भी फिल्म का फाइनल कट वर्जन बाद में स्पेशल शोकेसिंग वगैरह के लिए इस्तेमाल किया जाता है और स्टूडियोज केवल चुनिन्दा टॉप डायरेक्टर्स को ही उनके फाइनल कट वर्जन देते हैं, वरना अपने पास रखते हैं. कूगलर की शर्त थी कि फिल्म का फाइनल कट वर्जन उनके पास रहेगा.
फर्स्ट डॉलर ग्रॉस प्रॉफिट: नॉर्मल प्रैक्टिस ये है कि स्टूडियोज अपनी लागत निकलने के बाद, आने वाले प्रॉफिट में से डायरेक्टर या एक्टर को हिस्सा दिया जाता है. यानी अगर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर प्रॉफिट नहीं कमा पाई तो स्टूडियो को भले अपनी लागत मिल जाए, मगर प्रॉफिट में हिस्सा लेने वालों का नुक्सान हो जाता है. लेकिन 'फर्स्ट डॉलर ग्रॉस' का मतलब है कि फिल्म के थिएट्रिकल बिजनेस से ग्रॉस कलेक्शन में जो पहला डॉलर भी आएगा, कूगलर का हिस्सा उसी में से निकलना शुरू हो जाएगा. उदाहरण के लिए- मान लीजिए कि कूगलर का शेयर 20% है तो ग्रॉस कलेक्शन में एक डॉलर की कमाई होते ही स्टूडियो को .20 डॉलर कूगलर को देने होंगे.
25 साल बाद राइट्स के मालिक होंगे कूगलर: फिल्म स्टूडियो, फिल्मों की एक बड़ी लाइब्रेरी के तौर पर फंक्शन करते हैं. इसीलिए वो अपनी बनाई फिल्मों के राइट्स रखने के साथ ही, दूसरी फिल्मों के राइट्स भी खरीदते-बेचते रहते हैं. ऐसा इसलिए कि एक फिल्म से होने वाली कमाई सिर्फ उसके पहले थिएट्रिकल रन के साथ खत्म नहीं होती. बल्कि आगे चलकर जब भी फिल्म के राइट्स का उपयोग होगा, तो रॉयल्टी और दूसरी पेमेंट्स से स्टूडियो की कमाई होती रहेगी.
जैसे- 30 साल पहले आई 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के राइट्स आज भी जब कहीं यूज होते हैं तो यश राज फिल्म्स की कमाई होती है. लेकिन 25 साल बाद राइट्स वापस कूगलर के पास आने का मतलब है कि 25 साल बाद अगर 'सिनर्स' का कोई सीन कहीं इस्तेमाल होगा, कोई थिएटर इसे री-रिलीज करना चाहेगा या किसी और तरह से फिल्म के राइट्स की जरूरत होगी तो वार्नर ब्रदर्स के पास नहीं, कूगलर के पास जाना होगा. और जाहिर सी बात है कि रॉयल्टी भी वही लेंगे. फिर भी रिलीज के 25 साल तक तो 'सिनर्स' के राइट्स स्टूडियो के पास ही हैं और वो इनके उपयोग से अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं.
बाकी दोनों शर्तों के लिए तो स्टूडियोज कूगलर के साथ डील करने के लिए तैयार थे, मगर तीसरी शर्त अधिकतर के लिए डील-ब्रेकर थी. वल्चर की एक रिपोर्ट में इस डील पर कमेंट करते हुए एक स्टूडियो के एग्जीक्यूटिव ने तो यहां तक कह दिया कि ये डील 'स्टूडियो सिस्टम का अंत' है. हॉलीवुड में ऐसे बहुत कम डायरेक्टर हैं जिनकी फिल्मों के लिए स्टूडियोज ने राइट्स-रिवर्सल वाली डील की हैं. सबसे ताजा उदाहरण आइकॉनिक फिल्ममेकर क्वेंटिन टेरंटीनो हैं. उन्होंने अपनी फिल्म 'वंस अपॉन अ टाइम इन हॉलीवुड' के लिए डील की थी कि 30 साल बाद फिल्म के राइट्स वापस उनके पास आ जाएंगे. कूगलर की तीसरी शर्त केवल वार्नर ब्रदर्स ने मानी और 'सिनर्स' थिएटर्स तक पहुंची.
इस वजह से अजीब है 'सिनर्स' के फायदेमंद होने का सवाल
'सिनर्स' के डायरेक्टर रायन कूगलर की तरह डील करने वाले डायरेक्टर टेरंटीनो की फिल्म 'वंस अपॉन अ टाइम इन हॉलीवुड का बजट भी उस समय करीब 90 मिलियन डॉलर ही था. 2019 में रिलीज हुई फिल्म ने उस समय डोमेस्टिक बॉक्स ऑफिस (यूएस) पर करीब 41 मिलियन डॉलर्स का ओपनिंग वीकेंड कलेक्शन किया था. जाहिर सी बात है कि ये 'सिनर्स' के 48 मिलियन डॉलर्स से बहुत कम था.
टेरंटीनो की फिल्म अपने रिलीज वाले वीकेंड में बॉक्स ऑफिस पर नंबर 1 भी नहीं थी और 'द लायन किंग' से पीछे थी. लेकिन इसकी बॉक्स ऑफिस रिपोर्टिंग में टेरंटीनो की अचीवमेंट को सेलिब्रेट किया जा रहा था और ये सवाल कहीं दूर-दूर तक नहीं था कि राइट्स वाली डील के बाद स्टूडियो के लिए फिल्म फायदेमंद होगी या नहीं. यानी स्टूडियो से राइट्स-रिवर्सल डील करने वाले एक डायरेक्टर की कामयाबी को सेलिब्रेट किया गया, जबकि दूसरे की कामयाबी पर 'फायदेमंद' होने के सवाल उठाए जा रहे हैं.
'सिनर्स' को हर फिल्म रेटिंग प्लेटफॉर्म से ऐसी रेटिंग्स मिली हैं जो किसी भी हॉरर फिल्म को नहीं मिली. दुनिया की हर सम्मानित सिनेमा पब्लिकेशन से इसे जमकर तारीफें मिली हैं. इसलिए 'सिनर्स' के बॉक्स ऑफिस पर उठ रहे सवालों को 'रेसिज्म' के एंगल से भी देखा जा रहा है क्योंकि इसके डायरेक्टर कूगलर अश्वेत हैं. अश्वेतों के साथ होने वाला भेदभाव और गोरों द्वारा उनकी संस्कृतियों को कम आंकने वाला बर्ताव उनके हर प्रोजेक्ट में एक थीम की तरह मौजूद रहता है. चाहे उनकी डेब्यू फिल्म 'फ्रूटवेल स्टेशन' हो या उनकी सबसे बड़ी हिट 'ब्लैक पैंथर'.
क्या कूगलर की डील से स्टूडियो को होगा नुक्सान?
'सिनर्स' की शानदार कमाई पर उठ रहे सवालों का असल जवाब इसी बात में छुपा है कि ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर प्रॉफिट कमा पाएगी या नहीं. हॉलीवुड इंडस्ट्री के एक न्यूजलेटर के अनुसार, 'सिनर्स' वर्ल्डवाइड 300 मिलियन डॉलर कमाने के बाद प्रॉफिट कमाने की तरफ बढ़ेगी.
वल्चर से बात करते हुए 'सिनर्स' के प्रोडक्शन से जुड़े एक इनसाइड सोर्स ने नाम छिपाने की शर्त पर बताया कि बाकी राइट्स और डील्स को हटाकर, असल में बॉक्स ऑफिस पर फिल्म का ब्रेक-इवन पॉइंट 170 मिलियन डॉलर है. ब्रेक-इवन यानी वो बॉक्स ऑफिस कलेक्शन का वो आंकड़ा जिसके बाद होने वाली कमाई प्रॉफिट में गिनी जाती है. इसमें फिल्म के प्रोडक्शन बजट के साथ, प्रिंट्स और ऐडवरटाइजमेंट पर लगे लगभग 75-80 मिलियन डॉलर भी शामिल हैं.
इस आधार पर अनुमान लगाया जा सकता है कि लगभग दो हफ्ते में, कूगलर का हिस्सा निकालने के बाद भी, 'सिनर्स' बॉक्स ऑफिस पर एक प्रॉफिट कमाने वाली फिल्म बन जाएगी. ऐसे में केवल उम्मीद की जा सकती है कि अमेरिका के अश्वेत समुदायों की संस्कृति, इतिहास और म्यूजिक को सेलिब्रेट करने वाली इस फिल्म को सिर्फ बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के दायरे में बांधने की कोशिशें बंद करके, इसे सिनेमा के सेलिब्रेशन के दौर पर भी देखा जाएगा!