पंजाब फिर से चुनाव की दहलीज पर खड़ा है और ड्रग्स पर सियासत जारी है, वहीं पंजाब का युवा ड्रग्स के चंगुल में फंसता जा रहा है. यह किसी से छिपा नहीं है कि पाकिस्तान के रास्ते ड्रग्स की खेप हिंदुस्तान पहुंचती है. इन 5 सालों में पंजाब में रिहैब सेंटर की संख्या बढ़ी है और इन नशा मुक्ति केंद्रों पर खुद से इलाज करवाने आने वाले युवाओं की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है जो एक अच्छी तस्वीर है लेकिन पंजाब में चिट्टा यानी हेरोइन-स्मैक लेने वालों की तादाद भी बढ़ी है. देखें चुनाव आजतक.