Aryan Khan drugs case: एनसीबी विजिलेंस की टीम ने सैम डिसूजा का बयान (Sam Dsouza statement) दर्ज कर लिया है. क्रूज ड्रग्स केस वसूली मामले में दिल्ली एनसीबी दफ्तर में सैम का बयान दर्ज किया गया. एनसीबी दिल्ली ऑफिस की विजिलेंस टीम ने सैम को समन किया था, जिसके बाद वह बयान दर्ज करवाने आया. अब वह जल्द ही मुंबई एसआईटी टीम के सामने भी हाजिर होगा.
सैम ने पूछताछ में कहा कि आर्यन खान के पास से ड्रग्स नहीं मिला. आर्यन की मदद के लिए उसने केपी गोसावी को शाहरुख खान की मैनेजर पूजा डडलानी से मिलवाया. कुल मिलाकर सैम डिसूजा का ये बड़ा खुलासा माना जा रहा है.
सैम ने ये भी कहा पूजा डडलानी और गोसावी के बीच मीटिंग हुई है, इस बारे में उसे जानकारी थी, लेकिन पैसा दिया गया है. इस बारे में वह नहीं जानता है.
वहीं उसने ये भी बताया कि सुनील पाटिल से जब उसे गोसावी का नंबर मिला, तो उसने इसे एनसीबी को भेज दिया. जब उससे पूछताछ में ये पूछा गया कि क्या आर्यन खान को छोड़े जाने पर पैसों की मांग हुई थी, इस पर उसने जवाब दिया कि इस बारे में वह कुछ भी नहीं जानता है. सैम के वकील पंकज जाधव ने कहा कि वह चाहता है कि डिसूजा को सुरक्षा मिले, क्योंकि उसकी जान खतरे में है.
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बहुत खास है सैम डिसूजा का रोल
दरअसल, आर्यन खान ड्रग केस में सैम डिसूजा बेहद अहम हैं. क्योंकि एनसीबी के अधिकारियों को उसने ही सबसे पहले क्रूज पर पार्टी के बारे में जानकारी दी थी. वहीं उस पर प्रभाकर सैल ने ये आरोप लगाए थे कि वह कथित उगाही के मामले में शामिल है. सैम जहां पहले एनसीबी के रडार पर था. वहीं अब वह बाद में एनसीबी का मुखबिर बन गया.
एनसीबी का दरसअल, सैम ने ही 1 अक्टबूर को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के एक अधिकारी को क्रूज पर ड्रग्स पार्टी के बारे में इनपुट दिया था. जिसके बाद ही एनसीबी की टीम ने क्रूज पर छापेमारी की थी. वहीं सैम डिसूजा ने ही छापेमारी में मदद करवाने की बात कहकर किरन गोसावी और प्रभाकर को एनीसीबी के अफसरों से मिलवाया था.
इसके बाद 2 अक्टूबर को गोसावी और सैल ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अफसरों से मुलाकात की थी, जिसके बाद बताया गया था कि वे रेड में अहमदाबाद से आए हैं. वहीं क्रूज पर हुई छापेमारी के बाद प्रभाकर, गोसावी और सैम की पोल खुली. इसके बाद एनसीबी पर राजनेताओं ने घेराबंदी की थी.