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Dharamkot Assembly Seat: क्या अकाली दल यहां लगा पाएगी जीत का सिक्सर

धर्मकोट विधानसभा सीट (Dharamkot assembly seat) का इतिहास पुराना है. 1972 के बाद से यहां हुआ विधानसभा चुनावों पर गौर करें तो यहां हुए कुल 10 चुनावों में से यह सीट 5 बार अकाली दल के कब्जे में रही.

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Dharamkot Assembly Seat
Dharamkot Assembly Seat
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पिछले 10 चुनावों में से 5 बार यहां से अकाली दल रही विजयी
  • कांग्रेस का प्रदर्शन खास नहीं रहा, अब तक सिर्फ 2 बार जीती
  • 2017 में सुखजीत सिंह को 22218 मतों के अंतर से मिली जीत

पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा में धर्मकोट विधानसभा सीट (Dharamkot assembly seat) की क्रम संख्या 74 है और यह मोगा जिले में आती है. पहले यह सीट आरक्षित हुआ करती थी, लेकिन 2012 के चुनाव से सामान्य वर्ग की सीट में बदल गई. 

सामाजिक तानाबाना
धर्मकोट विधानसभा सीट का कोई खास सामाजिक या धार्मिक समीकरण नहीं है और ना ही इस सीट का आर्थिक या ऐतिहासिक तौर पर कोई महत्व है. इस विधानसभा हलके में अब कुल 177216 वोटर्स हैं, जबकि वर्ष 2017 में कुल 173216  वोटर्स थे, जिनमें से 81348 महिला वोटर्स तो 91863 पुरुष मतदाता थे. 5 तीसरे लिंग के मतदाता भी थे.

राजनीतिक पृष्ठभूमि
धर्मकोट विधानसभा सीट का इतिहास पुराना है. 1972 के बाद से यहां हुआ विधानसभा चुनावों पर गौर करें तो यहां हुए कुल 10 चुनावों में से यह सीट 5 बार अकाली दल के कब्जे में रही जबकि 2 बार सीपीआई और 2 बार ही कांग्रेस पार्टी तथा एक बार बहुजन समाज पार्टी इस सीट पर काबिज रही.

2012 से पहले यह सीट आरक्षित हुआ करती थी अकाली दल की शीतल सिंह ने जीत की हैट्रिक लगाई थी. शीतल सिंह ने 1997, 2002 और 2007 में लगातार जीत हासिल की. कांग्रेस को इस सीट पर आखिरी बार 1985 में जीत नसीब हुई थी और तब से लेकर 27 साल के लंबे इंतजार के बाद 2017 में दूसरी बार जीत मिली थी. 1985 में कांग्रेस के टिकट पर गुरुदेव सिंह गिल जीते थे.

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2017 का जनादेश
अगर हम 2017 के चुनाव नतीजों की बात करें, तो 2017 में यह सीट कांग्रेस पार्टी के कब्जे में 27 वर्ष बाद आई थी. कांग्रेस पार्टी के सुखजीत सिंह काका लोहगढ़ ने 22218 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी.

2017 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के सुखजीत सिंह काका जीते थे
2017 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के सुखजीत सिंह काका जीते थे

सुखजीत सिंह के पक्ष में 63238 मत पड़े थे. जबकि इस सीट पर शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी तोता सिंह को 41020 वोट मिले. तीसरे नंबर पर 34465 वोट लेकर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी दिलजीत सिंह रहे. 2017 में 82.91 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.

रिपोर्ट कार्ड
63 साल के विधायक सुखजीत सिंह काका लोहगढ़ की शिक्षा ज्यादा नहीं है. वह आठवीं पास हैं. परिवार में धर्मपत्नी हरजीत कौर के अलावा दो पुत्र हैं. इनके पास अच्छी खासी संपत्ति हैं. खेती बाड़ी की जमीनों के अलावा रिहायशी जमीनें भी हैं.

वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में की गई घोषणा के मुताबिक इनके पास 4 करोड़ रुपये से अधिक के एसेस्ट्स हैं, और इनकी देनदारी भी कोई नहीं है. 

सुखजीत सिंह साल 2017 में पंजाब विधानसभा के लिए चुने गए थे. साल 1995 में ये लैंड मोर्टगेज बैंक जीरा के डायरेक्टर, साल 2003 से 2008 तक जिला परिषद सदस्य, पंजाब विधानसभा की कमेटी ऑन एस्टिमेट्स के मौजूदा सदस्य होने के साथ-साथ साल 2004 से SGPC सदस्य चले आ रहे हैं. साथ ही विधायक सुखजीत साल 2018 से 2019 में पंजाब विधानसभा की हाउस कमेटी के सदस्य भी रहे हैं.

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