मध्य प्रदेश का रीवा लोकसभा सीट वोटिंग में फिसड्डी साबित हुआ है. इस सीट पर पांचवें चरण में मात्र 60.23 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया. एमपी में पांचवें चरण में औसतन 68.98 फीसदी मतदान हुआ. 2019 के लोकसभा चुनाव में रीवा सीट से कुल 23 प्रत्याशी चुनावी रण में हैं. रीवा ऐसी लोकसभा सीट रही है जिसपर किसी एक पार्टी का दबदबा नहीं रहा है. ऐसे में 2019 के लोकसभा चुनाव काफी दिलचस्प माना जा रहा है.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक बार फिर जनार्दन मिश्रा को चुनाव मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने सिद्धार्थ तिवारी पर भरोसा जताया है. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की ओर से विकास सिंह पटेल चुनाव लड़ रहे हैं जबकि कई निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
अपडेट्स
रीवा संसदीय क्षेत्र में मतदान की रफ्तार धीमी है. यहां पर शाम 4 बजे तक 46.42 फीसदी वोटिंग ही हुआ है.
रीवा लोकसभा सीट पर दोपहर 2 बजे तक 39.37 फीसदी वोट पड़ चुका है. यहां वोटिंग की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है.
मध्य प्रदेश में 1 बजे तक 40 फीसदी मतदान हो चुका है.
दोपहर 12 बजे तक रीवा में 28.13 प्रतिशत मतदान हो चुका है. मतदान केंद्रों पर अभी भी लोगों की कतार दिख रही है.
एमपी की रीवा लोकसभा सीट पर वोटिंग पूरे रफ्तार में है. यहां पर मतदान को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. तेज धूप होने के बावजूद मतदान केंद्रों बड़ी संख्या में लोग मतदान के अधिकार का इस्तेमाल करने आ रहे हैं. यहां पर 11 बजे तक 13.11 फीसदी वोट डाल चुके हैं. एमपी में अबतक 28 फीसदी मतदाता वोट डाल चुके हैं.
2014 का चुनावी समीकरण
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के जनार्दन मिश्रा ने कांग्रेस के सुंदरलाल तिवारी को हराया था. इस चुनाव में जनार्दन मिश्रा को 3,83,320 वोट मिले थे तो वहीं सुंदरलाल तिवारी को 2,14,594 वोट मिले थे. बसपा के देवराज सिंह इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे. वोट प्रतिशत की बात करें तो जनार्दन मिश्रा को 46.18 फीसदी, सुंदरलाल तिवारी को 25.85 फीसदी, देवराज सिंह को 21.15 फीसदी वोट मिले थे.
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रीवा सीट का सियासी इतिहास
यह एक ऐसी सीट रही है जिसपर किसी एक पार्टी का दबदबा नहीं रहा है. वहीं सीट के सियासी इतिहास की बात करें तो अब तक के चुनावी नतीजों में कांग्रेस को बीजेपी और बसपा के मुकाबले ज्यादा जीत मिली है. रीवा लोकसभा सीट पर कांग्रेस को 6 बार, बसपा को 3 बार और बीजेपी को 3 बार जीत दर्ज की है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही इस सीट पर ब्राह्मण चेहरे को मैदान में उतारती हैं. 3 बार इस सीट पर जीतने वाली बीजेपी ने ब्राह्मण चेहरे के दम पर ही जीत हासिल की है. रीवा लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं. जिसमें सिरमौर, मऊगंज, रीवा, सेमरिया, देवताबा, गुढ़, तियोंतर, मनगांवां शामिल हैं. इन सभी विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है.
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