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Motihari: गंडक के कटाव से परेशान हैं लोग, 5 हजार ग्रामीणों ने किया वोट बहिष्कार का ऐलान

मोतिहारी के गोविंदगंज विधानसभा के पुछरिया के ग्रामीण हाथों में वोट बहिष्कार का बैनर और तख्तियां लेकर वोट नहीं देने की घोषणा कर रहे हैं. राजनीतिक और प्रसाशनिक उदासीनता के कारण यहां पर अब तक एक पुल का निर्माण नहीं हो सका है. जब-जब बाढ़ आती है तो इस गांव के लोग टापू का जीवन बिताने को मजबूर रहते हैं.

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मोतिहारी के गोविंदगंज विधानसभा के पुछरिया गांव कटाव की दिक्कत से परेशान है.
मोतिहारी के गोविंदगंज विधानसभा के पुछरिया गांव कटाव की दिक्कत से परेशान है.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कटाव के कारण गांव का अस्तित्व खतरे में
  • 'गांव ही नहीं रहेगा तो वोट देने से क्या फायदा'

मोतिहारी के गोविंदगंज विधानसभा के पुछरिया के ग्रामीण हाथों में वोट बहिष्कार का बैनर और तख्तियां लेकर वोट नहीं देने की घोषणा कर रहे हैं. राजनीतिक और प्रसाशनिक उदासीनता के कारण यहां पर अब तक एक पुल का निर्माण नहीं हो सका है. जब-जब बाढ़ आती है तो इस गांव के लोग टापू का जीवन बिताने को मजबूर रहते हैं. 

गंडक दियारा क्षेत्र में इस गांव का अस्तित्व खतरे में है. यह गांव हर साल बाढ़ के बुरे हालात झेलने को मजबूर रहता है. गंडक के कटाव के कारण नदी और गांव की दूरी महज 100 मीटर ही बची है, अगर समय रहते इस पर पायलट चैनल नहीं बनाया गया तो आने वाले समय में गांव का नामोनिशान मिट सकता है. इसे देखते हुए सैकड़ों ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है. 

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लोगों का साफ कहना है कि अगर इस नदी पर पायलट चैनल नहीं बना तो गांव सहित आस-पास के कई गांव के लोग इस बार वोट नहीं डालेंगे. क्योंकि जब गांव का अस्तित्व ही नहीं रहेगा तो वोट देने से क्या फायदा. 

बाढ़ के समय सभी नेता और अधिकारी यहां पर पायलट चैनल बनाने का झूठा आश्वासन देकर चले जाते हैं और अपना वादा भूल जाते हैं. इसी बात से नाराज अब यहां के चार के बूथों (244, 245, 253 व 255) के लगभग 5000 की आबादी ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक इस गंभीर समस्या का समाधान नहीं होगा तब तक वे वोट डालने बूथ पर नहीं जाएंगे.

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