NEET Paper Leak: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीट पेपर लीक मामले में बीजेपी को घेरा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी द्वारा प्रायोजित पेपर लीक का अपना अर्थशास्त्र है. पेपर लीक धंधा बीजेपी का Electoral Bond बन चुका है. मौजूदा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पर्सनल सेक्रेटरी (PS) की भूमिका सामने आने के बाद बड़ा बयान दिया है और कहा है कि NEET पेपर लीक के मुख्य साजिशकर्ता से ध्यान हटाने के लिए ये लोग अनर्गल बातें कर जांच से ध्यान भटकाना चाहते है. हमारा नाम घसीटने से कोई फायदा नहीं होना है.
दरअसल, बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने आरोप लगाया था कि पेपर लीक कराने वाले आरोपियों के लिए तेजस्वी यादव के पर्सनल सेक्रेटरी प्रीतम कुमार ने ही कमरों की बुकिंग करवाई थी. उन्होंने कहा, 'तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम कुमार ने गेस्ट हाउस के कर्मचारी प्रदीप के जरिए मास्टरमाइंड सिकंदर के लिए कमरा बुक करवाया था. गेस्ट हाउस में जिन लोगों को पकड़ा गया है, वे प्रीतम से जुड़े हुए हैं और प्रीतम पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पीएस हैं.
इस पर जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि PA, PS सबको सीएम बुलाए और पूछताछ कर ले, EOU ने कुछ नहीं कहा है हमारे PA पर, ये तो सिर्फ विजय सिन्हा बोल रहे हैं लेकिन सीएम को मैं कहता हूं कि मेरे PA को बुलाकर पूछताछ कर ले.
तेजस्वी बोले- जांच से ध्यान भटकाने की कोशिश
तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' (पहले ट्विटर) पर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये मुख्य आरोपियों से ध्यान हटाकर जांच भटकाना चाहते हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, यह संयोग है या प्रयोग कि भाजपा शासित राज्यों बिहार, गुजरात और हरियाणा में ही पेपर लीक क्यों हुआ? #NEET पेपर लीक के मुख्य साजिशकर्ता से ध्यान हटाने के लिए ये लोग अनर्गल बातें कर जाँच से ध्यान भटकाना चाहते है.'
NTA द्वारा एक महीने तक क्वेश्चन पेपर नहीं देने पर उठाए सवाल
तेजस्वी ने ट्वीट में आगे लिखा, 'बिहार पुलिस ने #NEET की परीक्षा के दिन ही परीक्षार्थी समेत अन्य की गिरफ़्तारियां भी की लेकिन #NTA ने बिहार पुलिस की मूल प्रश्न पत्र की कॉपी भी एक महीना तक नहीं दी.'
नीट मामले में अपना नाम आने पर क्या बोले तेजस्वी?
उन्होंने नीट मुद्दे में अपना आने पर कहा कि इसका कोई फायदा नहीं है. बीजेपी द्वारा प्रायोजित पेपर लीक का अपना अर्थशास्त्र है. तेजस्वी ने ट्वीट में लिखा, 'अगर इन्हें लगता है कि कोई दोषी है तो उसे बुलाकर पूछताछ करें... जो लोग हमारा नाम घसीटना चाहते हैं उससे कोई फायदा होने वाला नहीं है. यह शाश्वत सत्य है कि बीजेपी सरकार में रहती है तो पेपर लीक अवश्य ही होना है. बीजेपी द्वारा प्रायोजित पेपर लीक का अपना अर्थशास्त्र है. पेपर लीक धंधा बीजेपी का Electoral Bond बन चुका है.'
बता दें कि नीट पेपर लीक मामले में तेजस्वी यादव के जिस पर्सनल सेक्रेटरी प्रीतम कुमार का नाम सामने आया है. वे बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं. अगस्त 2022 में उन्हें नई पदस्थापना मिली और तेजस्वी यादव का निजी सचिव (सरकारी) बनाया गया. प्रीतम के पिता का नाम सुभाष चंद्र निराला है. वे बिहार के मुंगेर के रहने वाले हैं.