दिल्ली स्थित सेंट्रल यूनिवर्सिटी जामिया मिल्लिया इस्लामिया में अगले साल से ही एमबीबीएस स्टडी के लिए दाखिले शुरू हो जाएंगे. केंद्र सरकार ने जामिया में मेडिकल कॉलेज बनाने की मंजूरी दे दी है. मंजूरी मिलते ही यूनिवर्सिटी की ओर से इसका क्रियान्वयन तेज कर दिया गया है. जामिया मिलिया इस्लामिया की कुलपति प्रो नजमा अख्तर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मेडिकल कॉलेज के बारे में पूरी जानकारी दी.
जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में लंबे समय से मेडिकल कॉलेज बनने की बात हो रही है. अब जामिया के सौ वर्ष पूरे होने के साथ ही सरकार ने यूनिवर्सिटी को मेडिकल कॉलेज बनाने की मंजूरी दे दी है. अब मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए तय मानकों को पूरा करने के लिए जामिया मालिया यूनिवर्सिटी ने कागजी कार्रवाई तेज कर दी है.
प्रो नजमा अख्तर ने कहा कि लंबे समय से हम प्रयास कर रह हैं कि जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी अपना मेडिकल कॉलेज शुरू करे. अब सरकार की मंजूरी मिलने के साथ ही हमने इसके लिए तैयारियां तेज कर दी हैं. मेडिकल कॉलेज के लिए कहां बिल्डिंंग बनेगी. अस्पताल और हॉस्टल कहां बनेंगे, कैसे दाखिले होंगे, किस तरह मेडिकल कॉलेज का संचालन होगा समेत मेडिकल कॉलेज तैयार करने का पूरा खर्च कैसे उठाया जाएगा, जैसे सवालों का भी उन्होंने जवाब दिया.
किसके खर्च पर बनेगा मेडिकल कॉलेज
वीसी ने बताया कि ये मेडिकल कॉलेज पूरी तरह पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल से तैयार होगा. इसके लिए यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री या किसी समाजसेवी संगठन से मदद लेने की कोशिश करेगी. मेडिकल कॉलेज में संसाधनों का खर्च प्राइवेट संस्था उठाएगी, वहीं एकेडमिक तौर पर पूरी जिम्मेदारी जामिया की होगी.
150 सीटों पर NEET से अगले साल होंगे दाखिले
प्रो अख्तर ने बताया कि इस मेडिकल कॉलेज में 150 सीटें ( MBBS Seats ) होंगी. उन्होंने कहा कि यदि सभी अर्हता समय से पूरी हो गई तो हम अगले साल से इसमें दाखिला भी शुरू कर सकते हैं. यूनिवर्सिटी हेल्थ साइंसेज के उद्देश्य से जो बिल्डिंग बना रहा है, हम उसी में मेडिकल कॉलेज खोलेंगे. हेल्थ साइंस की बहुमंजिला इमारत में दो हॉस्टल समेत हर तरह की सुविधाएं होंगी.
जसोला में होगा हॉस्पिटल
मेडिकल कॉलेज के साथ साथ जामिया ने इसके अस्पताल के लिए भी जमीन चिह्नित कर ली है. प्रो अख्तर ने बताया कि यह जसोला के पास पांच एकड़ की भूमि पर बनेगा. अस्पताल और मेडिकल कॉलेज अलग अलग होंगे क्योंकि एकेडमिक संस्थान से दूर अस्पताल बनना सही है.
भविष्य की जरूरत के हिसाब से होगा निर्माण
जामिया कुलपति ने कहा कि हम हर चीज के लिए सरकार के भरोसे नहीं रह सकते. सरकार ने हमें अनुमति दी है, आगे हम सरकार से भी इस मेडिकल कॉलेज के लिए धन मांगेगे, लेकिन अपनी तरफ से भी प्रयास करेंगे. जामिया को लेकर सरकार का रुख सकारात्मक है. बता दें कि चूंकि ये मेडिकल कॉलेज प्राइवेट पार्टनरशिप पर बनेगा इसलिए यहां की फीस सरकारी संस्थानों से अधिक होने की संभावना है.