पहलगाम अटैक के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर अटैक किया था, जिसे नाम दिया गया ऑपरेशन सिंदूर. ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने जिन 9 टारगेट को निशाना बनाया, वो जैश-ए-मोहम्मद से लेकर लश्कर-ए-तैयबा के ठिकाने थे. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर में जिन 9 ठिकानों पर निशाना साधा गया है, वहां पहले क्या था और किस तरह की एक्टिविटी वहां से की जा रही थी. पढ़िए हर टारगेट की पूरी कहानी....
टारगेट नंबर- 1
ऑपरेशन सिंदूर का टारगेट नंबर -1 था बहावलपुर, जो जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ है. लाहौर से लगभग 400 किमी दूर है और यहां JeM का मुख्यालय 'जामिया मस्जिद सुब्हान अल्लाह' परिसर में स्थित है, जिसे उस्मान-ओ-अली कैंपस भी कहा जाता है. JeM का संस्थापक मौलाना मसूद अजहर बहावलपुर का ही रहने वाला है. नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें पढ़ें टारगेट नंबर की पूरी कहानी...
टारगेट नंबर- 2
पाकिस्तान ने जिन नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है, उनमें मुरीदके भी है, जहां लश्कर का हेडक्वार्टर है, जिसे बनाने में ओसामा बिन लादेन ने एक करोड़ रुपये दिए थे. इस आतंकी ठिकाने पर निशाना साधना भारत की अहम सफलता रही. नीचे दिए गए लिंक में पढ़िए इस टारगेट की पूरी कहानी...
टारगेट नंबर- 3
ऑपरेशन सिंदूर का टारगेट नंबर 3 है पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नारोवाल जिला में बना जैश-ए-मोहम्मद का सबसे बड़ा गढ़. इसे सरजल फैसिलिटी के नाम से जाना जाता है और ये जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की मुख्य लॉन्चिंग साइट थी. नीचे दिए गए लिंक में पढ़िए इस टारगेट की पूरी कहानी...
टारगेट नंबर 3: जहां से भेजे जाते थे जैश के आतंकी, सीधे उस लॉन्चिंग साइट को सेना ने उड़ाया
टारगेट नंबर- 4
ऑपरेशन सिंदूर का टारगेट नंबर 4 था हिजबुल मुजाहिदीन (HM) की महमूना जोया फैसिलिटी. मोहम्मद इरफान खान उर्फ इरफान टंडा हिजबुल मुजाहिदीन के महमूना जोया अड्डे का कमांडर है. इरफान टंडा ने जम्मू क्षेत्र, विशेष रूप से जम्मू शहर में कई आतंकी हमले किए हैं. नीचे दिए गए लिंक में पढ़िए इस टारगेट की पूरी कहानी...
टारगेट नंबर 4: सियालकोट के जिस आतंकी अड्डे से होती थी घुसपैठ, वहां इंडियन मिसाइल ने मचाई तबाही
टारगेट नंबर- 5
टारगेट नंबर-5 लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ था. इसी जगह से कश्मीर के पुंछ में लश्कर-ए-तैयबा लड़ाके भेजता था. टारगेट नंबर-5 लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ था. इसी जगह से कश्मीर के पुंछ में लश्कर-ए-तैयबा लड़ाके भेजता था. इसे मरकज अहले हदीस बरनाला लश्कर ए ताइबा के नाम से जान जाता है और आंतक का यह ठिकाना पाकिस्तान अधीकृत जम्मू-कश्मीर के भीमर इलाके में था. नीचे दिए गए लिंक में पढ़िए इस टारगेट की पूरी कहानी...
टारगेट नंबर- 6
9 ठिकानों पर भारतीय सेना के बम बरसे, उनमें टारगेट नंबर 6 था... मरकज अब्बास. इसे मरकज सैदना हजरत अब्बास बिन अब्दुल मुतालिब कहा जाता है. ये पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर के कोटली में था. नीचे दिए गए लिंक में पढ़िए इस टारगेट की पूरी कहानी...
टारगेट नंबर-6: सेना ने उड़ा डाला जैश का ठिकाना 'मरकज अब्बास', जहां गोला-बारूद रखता था कारी जर्रार
टारगेट नंबर- 7
मसकर रहील शाहिद था टारगेट नंबर-7. PoJK के कोटली जिले में स्थित मसकर रहील शाहिद, हिजबुल मुजाहिदीन (HM) के एक प्रमुख आतंकी ट्रेनिंग कैंप में से एक था, जिसे भारत ने पूरी तरह नष्ट कर दिया. नीचे दिए गए लिंक में पढ़िए इस टारगेट की पूरी कहानी...
टारगेट नंबर- 8
शवाई नाला कैंप लश्कर-ए-तैयबा का एक प्रमुख और महत्वपूर्ण आतंकी ट्रेनिंग सेंटर था, जो साल 2000 में एक्टिव हुआ था. ये ऑपरेशन सिंदूर का आठवां टारगेट था. नीचे दिए गए लिंक में पढ़िए इस टारगेट की पूरी कहानी...
टारगेट नंबर- 9
ऑपरेशन सिंदूर में जिस नौवें टारगेट को निशाना बनाया गया, वो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में मौजूद सैयदना बिलाल मरकज़ थी. जैश-ए-मोहम्मद का एक ठिकाना है, जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में मौजूद लाल किले के पास मौजूद है.
टारगेट नंबर 9: PoK में ऐसे तबाह हुआ जैश-ए-मोहम्मद का ठिकाना, यहीं रहता था पुलवामा का गुनहगार नेंगरू