भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां हासिल करने के लिए सेना के जवानों और अफसरों को हनीट्रैप के जरिए फंसाया जा रहा है. इसके लिए हसीन चीनी और पाकिस्तानी लड़कियों का इस्तेमाल किया जा सकता है. इंटेलिजेंस ब्यूरो ने इस बाबत भारत सरकार को अलर्ट किया है.
वेलेंटाइन डे से एक दिन पहले आईबी ने चेतावनी जारी किया है कि खूबसूरत चीनी और पाकिस्तानी लड़कियों के जरिए दुश्मन देश सेना के अफसरों को हनीट्रैप में फंसा सकता है. फेसबुक और व्हाट्ऐप के जरिए उनसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां हासिल कर सकता है.
हाल ही में खुफिया जानकारी लीक करने के आरोप में भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह को गिरफ्तार किया गया है. कैप्टन मारवाह को हनीट्रैप के जरिए फंसाया गया था. फेसबुक के जरिए वह दो महिलाओं के संपर्क में आया था. वह खुफिया जानकारी वॉट्सएप के जरिए भेजने लगा था.
कैप्टन अरुण मारवाह पर सरकारी गोपनीयता कानून के तहत केस दर्ज किया गया. पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे 14 दिन के लिए जेल भेज दिया है. वायुसेना मुख्यालय में तैनात रहे ग्रुप कैप्टन को काउंटर इंटेलिजेंस विंग की ओर से करीब 10 दिनों तक की गई पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस को सौंपा था.
वायुसेना के केंद्रीय सुरक्षा एवं जांच दल ने एक नियमित जासूसी रोधी चौकसी के दौरान पाया कि ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह अनधिकृत इलेक्ट्रानिक उपकरणों के जरिए अवांछित गतिविधियों में लिप्त था. भारतीय सेना के लिए सोशल मीडिया पर सक्रिय होने के लिए एक सख्त संहिता है.
इसके तहत सैनिकों को अपनी पहचान, पद, तैनाती और अन्य पेशेवर विवरण साझा करने पर पाबंदी है. उन्हें वर्दी में अपनी तस्वीर भी लगाने पर पाबंदी है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI भारत में जासूसी करने के लिए हनीट्रैप का सहारा ले रही है. जवानों को मोहरा बनाया जा रहा है.
साल 2015 में रंजीत केके नामक एक एयरमैन को अरेस्ट किया गया था. बर्खास्त होने से पहले वह बठिंडा बेस पर तैनात था. उसे दिल्ली पुलिस, सैन्य खुफिया और वायुसेना यूनिट ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर पकड़ा था. उसे एक पाकिस्तानी लेडी एजेंट ने अपने जाल में फंसाया था.