scorecardresearch
 

कासगंज गैंग रेप की पीड़िता ने अदालत में दी गवाही, आरोपियों का DNA परीक्षण करा रही है पुलिस

पुलिस के मुताबिक, 10 अप्रैल को नाबालिग लड़की अपने 17 वर्षीय मंगेतर के साथ अपना राशन कार्ड बनवाने गई थी. डीएसओ कार्यालय से लौटने के बाद वे दोनों नहर के पास बैठे थे, तभी योगेश, अजय और सात-आठ अन्य लोग वहां आए और दोनों को जबरन झाड़ियों में ले गए और लड़की के साथ रेप किया.

Advertisement
X
पीड़िता ने भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट में जाकर अपना बयान दर्ज कराया
पीड़िता ने भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट में जाकर अपना बयान दर्ज कराया

Kasganj Minor Girl Gang Rape Case: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में सामूहिक बलात्कार की नाबालिग पीड़िता मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत पहुंची. 16 वर्षीय पीड़िता ने अदालत में मजिस्ट्रेट के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया. पुलिस के मुताबिक, इस सनसनीखेज मामले में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

Advertisement

कासगंज के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) राजेश कुमार भारती ने कहा कि फरार दोनों आरोपियों पर अब भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत संपत्ति कुर्की की कार्यवाही की जाएगी.

पुलिस के मुताबिक, 10 अप्रैल को नाबालिग लड़की अपने 17 वर्षीय मंगेतर के साथ अपना राशन कार्ड बनवाने गई थी. डीएसओ कार्यालय से लौटने के बाद वे दोनों नहर के पास बैठे थे, तभी योगेश, अजय और सात-आठ अन्य लोग वहां आए और दोनों को जबरन झाड़ियों में ले गए.

पीड़िता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि तीन लोगों ने उसके के साथ बलात्कार किया, जबकि अन्य ने उसकी सोने की बालियां और 5,000 रुपये नकद उनसे छीन लिए और उसके मंगेतर के मोबाइल से यूपीआई के ज़रिए 5,000 रुपये जबरन ट्रांसफर करवा लिए.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोमवार को गिरफ्तार किए गए आठों आरोपियों का डीएनए परीक्षण कराने के लिए जिला अस्पताल में खून के नमूने लिए गए. एएसपी ने बताया कि पीड़िता ने उन सभी आठ व्यक्तियों की पहचान कर ली है, जिनके डीएनए नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं. प्रशासन ने पीड़िता और उसके परिवार को वित्तीय सहायता करने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा भी बढ़ा दी है.

Advertisement

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) राजेश कुमार भारती ने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट मेधा रूपम और पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा ने पीड़िता के घर का दौरा किया, और उन्हें 5 लाख रुपये का मुआवज़ा चेक सौंपा और घर के चारों ओर सीसीटीवी कैमरे लगाने के काम का निरीक्षण भी किया.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता की चौबीसों घंटे सुरक्षा के लिए दो सशस्त्र गार्ड, दो महिला कांस्टेबल और पांच अन्य सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.किसी भी आपात स्थिति में सीधे संपर्क सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों ने परिवार के साथ अपने व्यक्तिगत संपर्क नंबर भी साझा किए हैं. इस बीच, जिला पुलिस के जनसंपर्क अधिकारियों (पीआरओ) ने पीड़िता के मंगेतर को सुरक्षा मुहैया कराने से इनकार किया है.

हालांकि, एएसपी भारती ने कहा कि युवक पुलिस के संपर्क में है और उसकी सुरक्षा पर नजर रखी जा रही है. पीआरओ के अनुसार, पीड़िता के घर पर दो शिफ्ट में गार्ड की ड्यूटी लगाई गई है, जिसमें हर शिफ्ट में पांच जवान तैनात किए गए हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने प्रमुख गवाहों की सुरक्षा का भी इंतजाम किया है. उन्होंने कहा कि पुलिस टीमें फरार आरोपियों की तलाश कर रही हैं और संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है.

Advertisement

पुलिस ने बताया कि इस मामले में 12 अप्रैल को बीएनएस की धारा 70 (सामूहिक बलात्कार), 126 (2) (गलत तरीके से रोकना), 308 (5) (जबरन वसूली) और पोक्सो अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी.

Live TV

Advertisement
Advertisement