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सबरीमाला सोना चोरी केस: IPS अफसर पर आरोप लगाने वाले यूट्यूबर के खिलाफ FIR दर्ज

सबरीमाला मंदिर में सोना चोरी के विवाद को सोशल मीडिया के 'फर्जी आरोपों' ने उग्र कर दिया है. ADGP एस श्रीजीत पर गंभीर इल्ज़ाम लगाने वाले यूट्यूबर के एम शाहजहां पर अब तिरुवनंतपुरम पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. इस मामले में SIT पहले से कई गिरफ्तारियां कर चुकी है.

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ADGP एस श्रीजीत ने यूट्यूबर केएम शाहजहां के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. (File Photo: ITG)
ADGP एस श्रीजीत ने यूट्यूबर केएम शाहजहां के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. (File Photo: ITG)

केरल के सबरीमाला के भगवान अयप्पा मंदिर में सोना चोरी विवाद लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. तिरुवनंतपुरम पुलिस ने एक यूट्यूबर केएम शाहजहां के खिलाफ FIR दर्ज की है, जिसमें उस पर एक सीनियर IPS अधिकारी के खिलाफ झूठे और भड़काऊ आरोप फैलाने का आरोप लगा है. यह शिकायत खुद ADGP एस श्रीजीत ने दर्ज कराई है, जो सबरीमाला के चीफ कोऑर्डिनेटर भी हैं.

पुलिस के मुताबिक, आरोपी शाहजहां ने अपने यूट्यूब चैनल पर ऐसे बयान दिए, जिनमें उसने मंदिर से सोना चोरी होने का दावा किया. इस कथित चोरी के पीछे एस श्रीजीत सहित पुलिस बल का हाथ बताया. पुलिस ने इसे पूरी तरह मनगढ़ंत और भ्रामक बताते हुए कहा कि ऐसे वीडियो जनता में गलतफहमी फैलाने और धार्मिक आधार पर तनाव भड़काने की कोशिश थे. इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.

एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि शाहजहां का कंटेंट न सिर्फ तथ्यहीन था, बल्कि उसने इसे ऐसे पेश किया मानो मंदिर प्रशासन और राज्य पुलिस, दोनों ही किसी संगठित 'गोल्ड लूट' में शामिल हों. जांच में यह भी सामने आया कि वीडियो में ऐसे दावे शामिल थे, जो अलग-अलग समुदायों के बीच वैमनस्य बढ़ा सकते थे. इसके मद्देनजर पुलिस अधिकारी श्रीजीत ने शाहजहां के खिलाफ केस दर्ज कराया. 

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उनकी शिकायत के आधार पर आरोपी यूट्यूबर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 192 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), 196(1)(a) (अलग-अलग समूहों के बीच दुश्मनी बढ़ाना) और केरल पुलिस एक्ट की धारा 120(o) के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इस तरह की सामग्री किसी भी संवेदनशील मुद्दे को गंभीर रूप से भटका सकती है.

सबरीमाला भगवान अयप्पा मंदिर में सोने की चोरी का मुद्दा पिछले कुछ हफ्तों से राजनीतिक विवाद की वजह बना हुआ है. राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम गठित की है, जिसने अब तक कई अहम गिरफ्तारियां भी की हैं. इनमें त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड के दो पूर्व प्रेसिडेंट भी शामिल हैं, जिनसे SIT लगातार पूछताछ कर रही है.

पुलिस के अनुसार सोशल मीडिया पर फैलाई गई 'गैर-तथ्यात्मक' सामग्री न सिर्फ जांच को भ्रमित करने की कोशिश थी, बल्कि इससे धार्मिक भावनाएं भी भड़क सकती थीं. FIR दर्ज होने के बाद अब शाहजहां की गतिविधियों, उसके कंटेंट, उसके डिजिटल नेटवर्क और उसके संभावित स्रोतों को भी जांच के दायरे में लाया जा रहा है. उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की जा सकती है.

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