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सरकारी नौकरी का झांसा, 23 लाख की ठगी... Ex आर्मी अफसर से धोखाधड़ी करने वाला गिरफ्तार

सरकारी नौकरी का सपना दिखाकर ठगी का एक बड़ा खेल सामने आया है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में नौकरी दिलाने के नाम पर एक रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर से 23 लाख रुपए ठगने वाले आरोपी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. नकली आईडी, फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर और बैंक खातों के जरिए पूरा जाल रचा गया था.

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दिल्ली पुलिस ने केरल के रहने वाले आरोपी को पहाड़गंज से धर दबोचा. (Photo: Representational)
दिल्ली पुलिस ने केरल के रहने वाले आरोपी को पहाड़गंज से धर दबोचा. (Photo: Representational)

दिल्ली में सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर से 23 लाख रुपए की ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान 38 वर्षीय शिबिन राज के रूप में हुई है, जो केरल के तिरुवनंतपुरम का रहने वाला है. पुलिस ने उसे एक गुप्त सूचना के आधार पर पहाड़गंज इलाके के एक होटल से पकड़ा है.

पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने शिकायतकर्ता की बेटी और रिश्तेदारों को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया था. शिकायतकर्ता केरल के कोल्लम जिले का रहने वाला एक रिटायर्ड मेजर है. उसकी मुलाकात जून महीने में एक जान-पहचान वाले के जरिए शिबिन राज से हुई थी, जो खुद को सरकारी महकमे में पहुंच वाला बताता था.

आरोप है कि शिबिन राज ने दावा किया था कि उसके इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और रेलवे के अधिकारियों से सीधे संपर्क हैं. वो दिल्ली और कोलकाता में सेंट्रल गवर्नमेंट की नौकरियां दिला सकता है. जून की शुरुआत में राजीव चौक के पास पहली मुलाकात के दौरान उसने भरोसा दिलाया कि शिकायतकर्ता की बेटी और भतीजी को नौकरी दिला देगा.

उसने कहा कि फाइनेंस मिनिस्ट्री के तहत इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में टैक्स असिस्टेंट के पद पर नियुक्त करवा सकता है. आरोपी ने प्रोसेसिंग, इंटरव्यू और मेडिकल जांच के नाम पर किश्तों में पैसे मांगे. जून और जुलाई के बीच शिकायतकर्ता और उसके परिजनों ने 23 लाख रुपए उन बैंक खातों में ट्रांसफर किए, जिन पर आरोपी का नियंत्रण बताया जा रहा है. 

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इसके बाद पीड़ितों को दिल्ली बुलाया गया. इंटरव्यू और मेडिकल फॉर्मैलिटी के लिए राजीव चौक ले जाया गया. कुछ ही समय बाद आरोपी ने भारत सरकार और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की मुहर लगे अपॉइंटमेंट लेटर सौंपे, जो बाद में फर्जी पाए गए. जब न तो नौकरी मिली और न ही पैसे लौटाए गए, तो पीड़ित ने स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी. 

11 दिसंबर को पीड़ित की शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया. जांच के दौरान टेक्निकल सर्विलांस और CCTV फुटेज की मदद से आरोपी की लोकेशन ट्रैक की गई. उसे पहाड़गंज से गिरफ्तार कर लिया गया. तलाशी में उसके पास से नकली पहचान पत्र, बैंकों के क्रेडेंशियल और ATM कार्ड बरामद हुए.

पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह मनीष पांडे नाम के एक साथी के साथ मिलकर काम करता था, जो खुद को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का अधिकारी बताता था. पुलिस सह-आरोपी की तलाश में जुटी है. पुलिस ने यह भी बताया कि शिबिन राज को केरल पुलिस 2022 में इसी तरह की एक ठगी के मामले में पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है.

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