दिल्ली पुलिस ने तीन अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जो पहचान उजागर होने के डर से ट्रांसजेंडर का वेश धारण किए हुए थे. उन तीनों को आजादपुर नई सब्जी मंडी के पास से पकड़ा गया है. एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने 8 मई को एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया था.
इस दौरान पुलिस को पता चला कि तीनों बांग्लादेशी नागरिक ट्रांसजेंडर बनकर रहे हैं. वे शहरी में घुलने-मिलने और संदेह से बचने के लिए ट्रैफिक सिग्नल पर भीख मांगते हैं. इसके बाद पुलिस ने उन तीनों को धर दबोचा. उनकी पहचान मोहम्मद मकसुदा (40), अब्दुल हकीम (33) और फईम पायल (21) के रूप में हुई है.
वे सभी ढाका, मैमनसिंह और नारायणगंज सहित बांग्लादेश के विभिन्न जिलों के रहने वाले हैं. उनके पास से चार मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिनमें एक प्रतिबंधित एप्लिकेशन था. इसका उपयोग वे बांग्लादेश में अपने परिवारों से संपर्क करने के लिए करते थे. वे एजेंटों की मदद से अवैध रूप से भारत में घुसे थे.
पिछले सप्ताह भी दिल्ली पुलिस ने पूर्वी जिला में अवैध रूप से रह रहे छह बांग्लादेशी महिलाओं को हिरासत में लिया था. उनके पास से कोई वैध डॉक्यूमेंट नहीं मिला. मंडावली थाना पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी भूपेश कुमार के नेतृत्व में ऑपरेशन किया और एक बांग्लादेशी महिला को पकड़ा लिया.
उस महिला से पूछताछ के बाद पहाड़गंज इलाके से पांच अन्य महिलाओं को गिरफ्तार किया गया. उनकी पहचान 23 वर्षीय मीम अख्तर, 35 वर्षीय शेख मुन्नी, 25 वर्षीय पालय शेख, 36 वर्षीय सोनिया अख्तर और 34 वर्षीय तानिया खान के रूप में हुई थी. जांच में इन सभी लोगों को पास भारत में रहने का कोई भी वैध डॉक्यूमेंट नहीं मिला.
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया था, जो एक दशक से ज्यादा वक्त से अवैध रूप से भारत में अप्रवासियों की एंट्री करा रहा था. पुलिस ने गिरोह के सरगना समेत छह अवैध बांग्लादेशियों और उनके पांच भारतीय साथियों को गिरफ्तार किया था. गिरोह का संचालन 55 वर्षीय चांद मिया करता था.
वो चार साल की उम्र में भारत में घुस आया था. गिरोह ने पहचान के लिए फर्जी डॉक्यूमेंट भी बनाए थे, ताकि अवैध अप्रवासी देश में स्थायी रूप से रह सकें और रोजगार प्राप्त कर सकें. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्व) रवि कुमार सिंह ने बताया था कि चांद मिया द्वारा दी गई सूचना के आधार पर चेन्नई से 33 और अवैध अप्रवासियों को पकड़ा गया.
उन्होंने बताया था कि नेटवर्क से जुड़े 100 से अधिक बांग्लादेशी नागरिक और एजेंट अब जांच के दायरे में हैं. चांद मियां के अलावा गिरफ्तार किए गए अन्य बांग्लादेशी नागरिकों का नाम असलम (25), मोहम्मद अली हुसैन (28), मोहम्मद मिजान (25), रैडिश मोल्ला (24) और फातिमा अफ्रोस (32) हैं.