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'गुप्तधन' के लालच में चोरों ने मंदिर में शिवलिंग हटाकर खोदा 3 फुट गहरा गड्ढा, फिर...

नायगांव में स्थित महादेव के प्राचीन मंदिर में शिवलिंग को हटाकर 3 फुट का गड्ढा करने वाले तीन चोरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. विशेषज्ञों के मुताबिक, इस मंदिर में काफी धन छिपा हुआ है. अंदेशा लगाया जा रहा है कि धन के लालच में ही चोरों ने शिवलिंग हटाकर खुदाई की होगी. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

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शिवलिंग हटाकर की खुदाई.
शिवलिंग हटाकर की खुदाई.

महाराष्ट्र के नांदेड़ में महादेव के एक प्राचीन मंदिर में स्थित शिवलिंग को हटाकर चोरी-छिपे तीन फुट का गड्ढा खोदा गया. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामला नायगांव तहसील के कुष्णुर इलाके का है. दरअसल, आईपीएस अधिकारी अर्चित चांडक को सूचना मिली थी कि कुछ अज्ञात लोगों ने मंदिर का शिवलिंग हटाकर चोरी-छिपे इस वारदात को अंजाम दिया है.

आईपीएस अधिकारी ने टीम गठित करके मामले की जांच शुरू की. उन्होंने इलाके के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और जल्द ही आरोपियों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अशोक मैसनवाड़, विष्णु दुकारे और बालाजी इरपे है.

पुलिस को सूचना देने वाले लोगों ने बताया कि रविवार को जब वे मंदिर के पास से गुजर रहे थे तो उन्हें अंदर से कुछ तोड़फोड़ की आवाज आ रही थी. जैसे ही वे मंदिर के अंदर घुसे तो तीन चोर उन्हें देखते ही मौके से फरार हो गए. लोगों ने तुरंत पुलिस को इस बारे में जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़ लिया है.

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह मंदिर 150 साल पुराना है. कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, इस मंदिर में काफी धन छिपा हुआ है. इसी के चलते चोरों ने यह खुदाई की होगी. फिलहाल आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करके उनसे पूछताछ की जा रही है. पता लगाया जा रहा है कि उनके साथ और कोई भी इस वारदात में शामिल था या नहीं.

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जंबसमर्थ मंदिर में चोरी
इससे पहले जालना के मंदिर से पुरानी भगवान की मूर्तियां चोरी होने का मामला सामने आया था. यहां जंबसमर्थ मंदिर में संत समर्थ रामदास स्वामी द्वारा पूजी गईं श्रीराम की मूर्तियों की चोरी हो गई थीं. चोरों ने हनुमान सहित श्रीराम, सीता माता, लक्ष्मण की दो मूर्तियां चुरा लीं. साथ ही श्रीराम, सीता माता, लक्ष्मण और हनुमान की पंचधातु की मूर्तियों को भी चुरा लीं. यह मंदिर साल 1535 में बना था.

(नांदेड़ से कुंवरचंद मंडले की रिपोर्ट)

 

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