किसान आंदोलन को लेकर विदेशी हस्तियों की टिप्पणी पर छिड़े घमासान के बाद दिल्ली पुलिस अर्लट मोड पर है. गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त प्रवीर रंजन ने कहा कि दिल्ली के तीनों बॉर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है. दिल्ली पुलिस सोशल मीडिया को मॉनिटर कर रही है. लगभग 300 सोशल मीडिया हैंडल पाए गए हैं, जिनका इस्तेमाल घृणित और निंदनीय कंटेंट फैलाने के लिए किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि इनका इस्तेमाल कुछ वेस्टर्न इंटरेस्ट ऑर्गनाइजेशनों द्वारा किया जा रहा है, जो किसान आंदोलन के नाम पर भारत सरकार के खिलाफ गलत प्रचार कर रहे हैं. सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग के दौरान टूलकिट मिला है. टूलकिट के लेखक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. FIR में किसी का नाम नहीं है, ये केवल टूलकिट को बनाने वालों के खिलाफ है, जो जांच का विषय है. प्रवीर रंजन ने साफ कहा कि ग्रेटा थनबर्ग पर एफआईआर नहीं हुई है. साथ ही 26 जनवरी की हिंसा को पूर्व नियोजित बताया.
आगे प्रवीर रंजन ने कहा कि सोशल मीडिया की निगरानी के दौरान पुलिस को एक अकाउंट के जरिए एक दस्तावेज मिला है जो एक टूलकिट है जिसमें 'प्रायर एक्शन प्लान' नाम का एक सेक्शन है. इसमें किसान आंदोलन के दौरान क्या करना है ये कहा गया है. दिल्ली पुलिस उस मामले की जांच करेगी.
बता दें कि गुरुवार शाम को सूचना मिली थी कि ग्रेटा थनबर्ग के भड़काऊ ट्वीट को लेकर दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया है. उस वक्त ग्रेटा के खिलाफ धारा- 153 A, 120 B के तहत एफआईआर दर्ज करने की जानकारी सामने आई थी. अब दिल्ली पुलिस ने ग्रेटा थनबर्ग पर एफआईआर दर्ज करने से इनकार किया है.