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छत्तीसगढ़ आबकारी  घोटाला: नोएडा STF ने विधु गुप्ता को किया गिरफ्तार, फर्जी होलोग्राम तैयार करने का है आरोप

छत्तीसगढ़ आबकारी घोटाला मामले में नोएडा एसटीएफ ने ग्रेटर नोएडा की कंपनी प्रिज्म होलोग्राफी और सिक्योरिटी फिल्म प्राइवेट लिमिटेड का डायरेक्टर विधु गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है. ग्रेटर नोएडा में ईडी की शिकायत पर कासना थाने में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था.

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नोएडा STF ने विधु गुप्ता को किया गिरफ्तार.
नोएडा STF ने विधु गुप्ता को किया गिरफ्तार.

नोएडा एसटीएफ ने छत्तीसगढ़ आबकारी घोटाला मामले में विधु गुप्ता को गिरफ्तार किया है. विधु गुप्ता ग्रेटर नोएडा की कंपनी प्रिज्म होलोग्राफी और सिक्योरिटी फिल्म प्राइवेट लिमिटेड का डायरेक्टर है. ईडी की शिकायत पर नोएडा के थाना कासना में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था और उसी के आधार पर विधु गुप्ता को गिरफ्तार किया है.

ED ने जुलाई, 2023 में छत्तीसगढ़ आबकारी घोटाले में केस दर्ज किया था. आरोपियों में निरंजन दास जो तत्कालीन आबकारी आयुक्त छत्तीसगढ़, अरुण पति त्रिपाठी विशेष सचिव आबकारी, अनवर ढेवर, अनिल टुटेजा सचिव इंडस्ट्रीज छत्तीसगढ़ और पीएचएसएफ कंपनी के डायरेक्टर विधु गुप्ता का भी नाम शामिल था.

आरोपों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ सरकार के अफसरों की मिली भगत से राज्य में शराब माफिया अवैध शराब की बोतलों पर होलोग्राम लगाकर बेचा जा रहा था. अवैध शराब की ब्रिकी को सुनिश्चित करने के लिए आबकारी अधिकारियों और छत्तीसगढ़ राज्य विपणन निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अरुण पति त्रिपाठी के प्रिज्म होलोग्राफी और सिक्योरिटी फिल्म प्राइवेट लिमिटेड, नोएडा से होलोग्राम की आपूर्ति के लिए निविदा शर्तों में कथित रूप से बदलाव किया गया था.

फर्जी होलोग्राम देने की रखी शर्त

राज्य में अवैध शराब की बिक्री को सुनिश्चित करने के लिए आबकारी अधिकारियों और अरुण पति त्रिपाठी ने प्रिज्म होलोग्राफी और सिक्योरिटी फिल्म प्राइवेट लिमिटेड नोएडा को दिए टेंडर की शर्तों में बदलाव करते हुए प्रति होलोग्राम आठ पैसा कमीशन के साथ ही अवैध शराब की बिक्री के लिए फर्जी होलोग्राम देने की शर्त रखी थी.

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होलोग्राम सप्लाई करने वाली कंपनी प्रिज्म होलोग्राफी एंड सिक्योरिटी फिल्म प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर विधु गुप्ता को टेंडर मिलने के बाद प्रति होलोग्राम आठ पैसा कमीशन साथ ही अवैध शराब के बिक्री के लिए डुप्लीकेट होलोग्राम देने की शर्त रखी गई थी.

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: ED ने रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा को बेटे संग किया गिरफ्तार

सीधे डिस्टलरीज को दिया जा रहा था फर्जी होलोग्राम

टेंडर मिलने के बाद विधु गुप्ता ने छत्तीसगढ़ के विशेष सचिव आबकारी अरुण पति त्रिपाठी के निर्देशों पर होलोग्राम सप्लाई की जा रही थी. डुप्लीकेट होलोग्राम सीधे डिस्टलरीज को दिया जाता था, वहां से डिस्टलरीज होलोग्राम को अवैध शराब की बोतलों पर चिपका कर छत्तीसगढ़ के 15 जिलों के अधिकारियों के साथ मिलकर दुकानों पर अवैध शराब की सप्लाई की जा रही थी.

हर महीने सप्लाई होती थी 400 ट्रक अवैध शराब

डिस्टलरियों के द्वारा इन होलोग्राम को अवैध शराब Unaccounted part B की सप्लाई करने वाले गैंग सिंडिकेट बनाकर सरकारी दुकानों पर साल 2019 से 2022 तक शराब की सप्लाई की थी. इन चार सालों तक हर महीने 400 ट्रक अवैध शराब छत्तीसगढ़ के जिलों में सप्लाई की गई थी.

टेंडर के लिए दी थी घूस

बता दें कि विधु गुप्ता ने होलोग्राम का टेंडर लेने के लिए 90 लाख रुपए की घूस दी थी. ED के द्वारा दर्ज किए गए केस में अनवर देवरा को छत्तीसगढ़ की ईओडब्ल्यू और एंटी करप्शन ब्रांच पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. वहीं, तत्कालीन सचिव अनिल टुटेजा को ईडी की रायपुर यूनिट हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

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