
UP News: प्रयागराज के खुलताबाद इलाके के नुरुल्लाह रोड पर श्वेता शर्मा के ससुराल की जमीन बेहद ही प्राइम लोकेशन पर थी. कीमती जगह पर कई दुकानें बनी थीं. पिछले साल 22 नवंबर को अचानक ही माफिया डॉन अतीक अहमद के गुर्गे पहुंचते हैं और श्वेता शर्मा के पति मोहनीश परवेज परवेज और उसके मामा को गन पॉइंट पर उठा ले जाते हैं. भीड़ भरे बाजार की बेशकीमती चार दुकानों को जबरन खाली कराकर मोहनीश परवेज और उसके मामा से जबरन पूरी जमीन अपने नाम लिखवा लेते हैं. मतलब सड़क की ओर बनीं 4 दुकानें और पीछे बना मकान हड़प लेते हैं. जब इस बात का पता मोहनीश परवेज की पत्नी श्वेता शर्मा को चलता है तो वह लड़ाई लड़ती हैं.
Aajtak को श्वेता शर्मा ने अतीक के अपराधों की कहानी सुनाई. पीड़िता ने बताया कि गुजरात की साबरमती जेल में रहते हुए अतीक अहमद ने हमारे घर गुंडे भेजे और बंदूक की नोक पर बेशकीमती जमीन सिर्फ 2 लाख रुपये में अपने गुर्गों के नाम लिखवा ली.
चेक दिया और कैश वापस ले लिया
अतीक अहमद के गुंडों ने श्वेता शर्मा के पति मोहनीश परवेज और उनके मामा ससुर खुर्शीद अहमद से जमीन बेचने के एग्रीमेंट पर जबरन दस्तखत करवाए और कागजों में दिखाने के लिए 5-5 लाख रुपए के तीन चेक भी दिए. लेकिन बदमाश और शातिर गुंडों ने इसके बाद मोहनीश को बैंक ले जाकर चेक भुनवा लिया और फिर 13 लाख रुपये कैश वापस भी ले लिए.
मोहनीश परवेज की पत्नी श्वेता लड़ रही जंग
अब मोहनीश परवेज की पत्नी श्वेता शर्मा यह लड़ाई लड़ रही हैं. पीड़ित दंपती प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिला. सीएम ने उनको यकीन दिलाया कि जल्द ही इंसाफ मिलेगा. अब अतीक और उसके भाई अशरफ के एनकाउंटर के बाद श्वेता और मोहनीश को यकीन है कि उन्हें इंसाफ मिलेगा.

लेकिन अभी भी पीड़ित खौफ के साए में जी रहे हैं. क्योंकि अतीक और अशरफ भले ही मारे गए हों, लेकिन उनके गुर्गों का आतंक कम होगा जाएगा, इस पर संदेह बना हुआ है.
अतीक के सताए साढ़ू की कहानी
अतीक अहमद ने दूसरों को तो क्या, अपने रिश्तेदारों तक को नहीं छोड़ा. रंगदारी और पैसे वसूलने के मामले में अतीक अहमद ने अपने सगे साढ़ू के भाई जीशान से भी ₹5 करोड़ की रंगदारी मांगी.
रंगदारी मांगने की कहानी भी सिर्फ सिर्फ रंगदारी मांगने तक नहीं थी. जीशान को पहले भरपूर पीटा गया. उसके घर पर अतीक के लोगों ने बुलडोजर चलवाया. उसके परिवार पर गोली और बम चले.
5 करोड़ की रंगदारी जेल से मांगी
वहीं, अली (अतीक का बेटा) ने जीशान को कब्जे में ले लिया. इसके बाद साबरमती जेल में बंद अपने पिता से जीशान की फोन कॉल के जरिए स्पीकर खोलकर बात कराई. तब बातचीत में अतीक अहमद ने जीशान से 5 करोड़ रुपए अली को दे देने को कहा था.

भागा-भागा फिर रहा जीशान
लेकिन अली और उसके साथियों के खिलाफ जीशान ने हिम्मत दिखाई थी और पुलिस ने मामला दर्ज कराया. फिलहाल जीशान भागा भागा फिरता है. क्योंकि उसे अपनी जान का डर है. पीड़ित जीशान ने भी रिपोर्अ दर्ज करवाई और उसकी ही लिखाई एफआईआर की वजह से अली आज जेल में है.