भारत और पाकिस्तान तनाव के बीच उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक युवक ने इंस्टाग्राम पर देश विरोधी पोस्ट शेयर की है. उसने लिखा कि चाहे जो हो जाए सपोर्ट तो पाकिस्तान को ही करेंगे. इस पोस्ट के वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी युवक मोहम्मद रियाज को गिरफ्तार कर लिया है. उसके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा भी दर्ज किया है.
गृह मंत्रालय के द्वारा राज्य सरकारों को एडवाइजरी जारी करके स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि आसामाजिक तत्वों के द्वारा सोशल मीडिया पर देश विरोधी दुष्प्रचार करने वालों पर पैनी नजर रखी जाए. उनके खिलाफ सख्त एक्शन भी लिया जाए. भारत और पाकिस्तान के बीच बड़ी तनाव की स्थिति बनी हुई है. दोनों देशों की तरफ से लगातार हमले हो रहे हैं.
इसी बीच यूपी के संभल जिले के बहजोई थाना इलाके में मोहम्मद रियाज नामक युवक के द्वारा सोशल मीडिया अकाउंट पर एक स्टेटस लगाते हुए पाकिस्तान के समर्थन वाली पोस्ट शेयर की है. इसमें रियाज ने लिखा, ''चाहे जो हो जाए सपोर्ट तो बस पाकिस्तान को करेंगे.'' इस पोस्ट के साथ उसने पाकिस्तान का झंडा भी लगाया गया था.
एसपी केके बिश्नोई के संज्ञान में मामला आते ही सीओ आलोक सिद्धू को कार्यवाही के निर्देश दिए गए. इसके बाद पुलिस की सोशल मीडिया टीम ने अकाउंट को ट्रेस करके युवक के बारे में जानकारी जुटाई तो आरोपी युवक बहजोई थाना इलाके के मोहल्ला कुरैशियान का निवासी निकला. इसके बाद पुलिस ने आरोपी मोहम्मद रियाज को गिरफ्तार लिया.
आरोपी के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया है. खुफिया विभाग की टीमों के द्वारा उसससे पूछताछ की जा रही है. एसपी ने बताया कि पुलिस के द्वारा सोशल मीडिया पर की जा रही निगरानी के दौरान एक ऐसी पोस्ट सामने आई जिसमें मोहम्मद रियाज नाम के युवक के द्वारा एक पोस्ट सोशल मीडिया अकाउंट पर की गई थी.
पुलिस ने आरोपी मोहम्मद रियाज के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है. उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा जा रहा है. इस तरह के मामले में भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं. मंत्रालय ने कहा है कि सोशल एवं अन्य मीडिया प्लेटफार्म्स पर अवांछनीय तत्वों द्वारा देश विरोधी दुष्प्रचार पर कड़ी नजर रखी जाए. राज्य सरकारों और केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर फेक सोशल मीडिया अकाउंट्स पर त्वरित कार्रवाई की जाए.
देश या विदेश कहीं से भारत के खिलाफ यदि फर्जी प्रोपेगैंडा फैलाया जाता है, तो ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक किया जाएगा. बॉर्डर इलाकों के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश केंद्र के साथ लगातार कम्युनिकेशन को बनाए रखने की हर मुमकिन कोशिशें हों और सुरक्षा दुरुस्त की जाए. राज्यों से कहा गया है कि वे जनता में बिना वजह के डर फैलने से रोकें.