पंजाब के पूर्व आईजी अमर सिंह चहल साइबर ठगी का शिकार हुए और 8 करोड़ 10 लाख रुपए गंवा बैठे. ठगों ने खुद को बैंक अधिकारी और वेल्थ एडवाइजर बताया और निवेश का झांसा दिया. शुरुआत में थोड़े मुनाफे दिखाए गए, लेकिन बाद में बड़ी रकम ट्रांसफर करवाई गई. अमर सिंह ने तीन बैंक खातों से कुल 7 करोड़ रुपए उधार लेकर भेजे. ठगी के बाद, उन्होंने डीजीपी को 12 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा और खुद को गोली मारकर आत्महत्या की कोशिश की.
दिल्ली में इंश्योरेंस पॉलिसी सेटलमेंट के नाम पर ठगी का बड़ा खेल उजागर हुआ है. नकली कॉल सेंटर चलाकर लोगों से करीब 1 करोड़ रुपए ऐंठने वाले गिरोह का दिल्ली पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. RBI, IRDAI और दिल्ली हाई कोर्ट के फर्जी दस्तावेजों के जरिए भरोसा जीतकर ठगी को अंजाम दिया जा रहा था.
ठाणे में साइबर ठगों ने फॉरेक्स और कमोडिटी ट्रेडिंग में हाई रिटर्न का झांसा देकर 38 वर्षीय युवक से 17.61 लाख रुपये की ठगी कर डाली. पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
Ex IPS Amar Singh Chahal: पटियाला में पूर्व पुलिस अधिकारी अमर सिंह चहल ने खुद को गोली मार ली. एक नोट में उन्होंने साइबर ठगों पर 8.10 करोड़ रुपए की ठगी का आरोप लगाया है. गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती अमर चहल ने फाइनेंशियल फ्रॉड, मानसिक दबाव और शर्मिंदगी का दर्द बयां किया है.
दिल्ली में बच्चों के ऑनलाइन यौन शोषण के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई सामने आई है. साल 2025 में चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ी 1197 इनपुट के आधार पर 60 FIR दर्ज की गईं. आंकड़े बताते हैं कि डिजिटल अपराध के खिलाफ निगरानी बढ़ी है, लेकिन खतरा अब भी गंभीर बना हुआ है.
नकली ट्रैवल बुकिंग वेबसाइट और फर्जी कस्टमर केयर का जाल बिछाकर US में रहने वाले एक व्यक्ति से ठगी करने वाले साइबर क्रिमिनल को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ने खुद को Booking.com का एग्जीक्यूटिव बताकर OTP और UPI डिटेल्स हासिल कर ली. इसके बाद 57 हजार रुपए ठग लिए.
देश में हजारों लोगों को ऑनलाइन निवेश, लोन और नौकरी का झांसा देकर ठगने वाले एक बड़े ट्रांसनेशनल साइबर फ्रॉड नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है. CBI की जांच में सामने आया है कि इस नेटवर्क के जरिए 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम इधर-उधर की गई, जिसकी कमान विदेश से संभाली जा रही थी.
दिल्ली पुलिस ने ट्रांस-नेशनल साइबर सिंडिकेट और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का बड़ा खुलासा किया है. द्वारका के एक होटल से ऑपरेट हो रहे इस सिंडिकेट के 9 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि गैंग ने हैक किए गए बैंक अकाउंट के ज़रिए 5.24 करोड़ रुपए से ज्यादा की अवैध ट्रांज़ैक्शन की है.
साइबर ठगों ने दिल्ली के एक 82 साल के बुज़ुर्ग को मानसिक दबाव में लेकर डिजिटल अरेस्ट कर लिया. वीडियो कॉल पर खुद को पुलिस अफसर बताकर नकली अरेस्ट ऑर्डर दिखाया गया और कानून के डर से बुज़ुर्ग से 1.16 करोड़ रुपए ट्रांससफर करवा लिए गए. इस सनसनीखेज ठगी का बड़ा नेटवर्क सामने आया है.
गुजरात के वलसाड के 60 साल के व्यक्ति को शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर 2.52 करोड़ रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया. यूट्यूब वीडियो के लिंक से शुरू हुई बात व्हाट्सऐप ग्रुप तक पहुंची, जहां ठगों ने फर्जी यूके-आईएनडी फास्ट ट्रेडिंग ऐप इंस्टॉल कराकर निवेश करवाया. जिसके बाद करोड़ों रुपये उड़ा लिए गए.
दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे मल्टी-स्टेट साइबर सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है, जिसके तार चीन से जुड़े होने का शक है. इस गिरोह ने एक सीनियर सिटिजन को डिजिटल इन्वेस्टमेंट के नाम पर 33 लाख रुपए से ज्यादा की चपत लगाई. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, फर्जी कंपनियों, शेल अकाउंट और क्रिप्टो ट्रांजेक्शन के राज खुलते जा रहे हैं.
ठाणे में साइबर ठगों ने कानून का ऐसा डर दिखाया कि एक 64 साल के बिज़नेसमैन ने 23 दिनों में 1.25 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए. ठगों ने खुद को डेटा प्रोटेक्शन बोर्ड ऑफ इंडिया और नासिक पुलिस का अफसर बताकर कॉल किया और फर्जी SIM, मनी लॉन्ड्रिंग और NSA के नाम पर मानसिक दबाव बनाया.
बेंगलुरु पुलिस ने इंटरनेशनल कॉल को लोकल में बदलने वाले गैर-कानूनी टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ किया है. मौके से 28 SIM बॉक्स, 1,193 SIM कार्ड, लैपटॉप-राउटर सहित 40 लाख का सामान जब्त किया गया है. जबकि इस रैकेट का सरगना दुबई भाग गया है.
दिल्ली पुलिस ने नकली विदेशी नौकरी दिलाने वाले एक बड़े साइबर फ्रॉड सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. असिस्टेंट बैंक मैनेजर सहित तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. यह गैंग नकली वीज़ा, ऑफर लेटर और म्यूल अकाउंट के जरिए लोगों से लाखों रुपये ठगता था.