बेंगलुरु पुलिस ने इंटरनेशनल कॉल को लोकल में बदलने वाले गैर-कानूनी टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ किया है. मौके से 28 SIM बॉक्स, 1,193 SIM कार्ड, लैपटॉप-राउटर सहित 40 लाख का सामान जब्त किया गया है. जबकि इस रैकेट का सरगना दुबई भाग गया है.
दिल्ली पुलिस ने नकली विदेशी नौकरी दिलाने वाले एक बड़े साइबर फ्रॉड सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. असिस्टेंट बैंक मैनेजर सहित तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. यह गैंग नकली वीज़ा, ऑफर लेटर और म्यूल अकाउंट के जरिए लोगों से लाखों रुपये ठगता था.
दिल्ली पुलिस ने 48 घंटे के ‘ऑपरेशन CyHawk’ में साइबर क्राइम मॉड्यूल पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 877 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ कई लोगों को बाउंड डाउन किया गया और 509 लोगों को नोटिस भेजा गया है.
भोपाल में एक फर्जी पुलिसवाले ने रिटायर्ड बैंक मैनेजर और उनके परिवार को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर लाखों रुपये ठग लिए. इस सिलसिले में साइबर पुलिस ने केस दर्ज किया है. मामले की छानबीन जारी है. पढ़ें पूरी कहानी.
दिल्ली पुलिस ने दुबई से संचालित एक इंटरस्टेट फॉरेक्स ट्रेडिंग फ्रॉड सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है. इसमें फर्जी कंपनियों, म्यूल अकाउंट और फॉरेक्स डैशबोर्ड के जरिए करोड़ों रुपए लूटने का खुलासा हुआ है. प्राइवेट बैंक का सेल्स मैनेजर सहित तीन आरोपी गिरफ्तार हुए हैं. इस फ्रॉड नेटवर्क का मास्टरमाइंड दुबई में बैठा है.
विदेश में नौकरी का झांसा देकर लोगों को म्यांमार, वियतनाम, दुबई और मलेशिया में बंधक बनाकर साइबर क्राइम करवाने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है. गुजरात पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पाकिस्तान के एजेंटों और चीनी साइबर माफिया से गठजोड़ करके 41 भारतीयों को विदेश भेजा गया था.
थाईलैंड के रास्ते म्यांमार तक पहुंचाए जा रहे भारतीय नौजवान. झूठे वादों के जाल में फंसकर बन रहे हैं 'साइबर गुलाम'. सीबीआई ने मानव तस्करी के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. राजस्थान और गुजरात से युवाओं को फंसाने वाले दो एजेंटों की गिरफ्तारी भी हुई है.
Delhi Blast: दिल्ली में हुए धमाके के बाद सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने के आरोप में असम में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सख्त लहजे में कहा है कि नफरत फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी.
दिल्ली पुलिस ने पूरे देश में सक्रिय एक बड़े साइबर फ्रॉड सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. यह गिरोह 'डिजिटल अरेस्ट' और 'इन्वेस्टमेंट फ्रॉड' के ज़रिए आम लोगों को ठग रहा था. पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह से जुड़े 5 करोड़ के क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन का पता लगाया है.