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KGMU धर्मांतरण केस: 7 दिन से फरार आरोपी डॉक्टर, 3 राज्यों में तलाश, पुलिस खाली हाथ

लखनऊ के KGMU से जुड़े धर्मांतरण मामले में आरोपी रेजिडेंट डॉक्टर रमीज मलिक अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. 23 दिसंबर को आखिरी बार लखनऊ में देखे जाने के बाद वह फरार हो गया. गंभीर आरोपों से घिरे रमीज की तलाश में यूपी पुलिस की तीन टीमें तीन राज्यों में छापेमारी कर रही हैं.

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23 दिसंबर को लखनऊ से गायब होने के बाद आरोपी को उत्तराखंड में देखा गया था. (Photo: ITG)
23 दिसंबर को लखनऊ से गायब होने के बाद आरोपी को उत्तराखंड में देखा गया था. (Photo: ITG)

उत्तर प्रदेश के लखनऊ के चर्चित केजीएमयू धर्मांतरण केस में आरोपी रेजिडेंट डॉक्टर रमीज मलिक रहस्यमय तरीके से गायब है. वो आखिरी बार 23 दिसंबर को लखनऊ में मौजूद था. इसके बाद से वह फरार है. बीते सात दिनों से पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद उसका कोई ठिकाना सामने नहीं आ पाया है. पुलिस जांच में सहयोग करना तो दूर, आरोपी लगातार कानून से भाग रहा है.

लखनऊ पुलिस के सामने रमीज मलिक का पेश होना इसलिए भी बेहद जरूरी है, क्योंकि उसके खिलाफ दर्ज एफआईआर में बेहद गंभीर आरोप दर्ज हैं. पीड़ित रेजिडेंट डॉक्टर के बयान के आधार पर पुलिस ने रमीज की करतूतों की एक लंबी फेहरिस्त तैयार की है. पीड़ित डॉक्टर ने पुलिस को बताया है कि रमीज मलिक ने उसे प्रेम जाल में फंसाया. शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए.

एफआईआर में पीड़िता संग दरिंदगी की दास्तान 

सितंबर महीने में जब पीड़िता को गर्भवती होने का पता चला, उसी दौरान उसकी मुलाकात आरोपी की पत्नी से हो गई. रमीज की पत्नी ने खुद बताया कि उसने धर्मांतरण कर फरवरी 2025 में रमीज से शादी की थी. पीड़िता का आरोप है कि जब उसने रमीज से शादी की बात कही तो आरोपी ने उस पर धर्मांतरण का दबाव बनाना शुरू कर दिया. उसने साफ कहा कि धर्म बदलने के बाद ही निकाह करेगा. 

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आरोपी ने दी वीडियो वायरल करने की धमकी

इसके बाद दोनों के बीच विवाद बढ़ता गया. दूरी बनती चली गई. इसी दौरान आरोपी ने पीड़िता को धमकाना शुरू किया और आपत्तिजनक फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी दी. पीड़िता ने पुलिस को यह भी बताया कि रमीज ने उसे डराया कि वो कहीं और शादी नहीं करने देगा. लगातार धमकियों और मानसिक दबाव से टूटकर पीड़िता ने 17 दिसंबर को सुसाइड की कोशिश तक कर ली. 

पीड़िता की सुरक्षा बढ़ी, कैंपस में रहने की सुविधा

यह मामला सामने आने के बाद पीड़िता की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई. केजीएमयू प्रशासन ने उसे कैंपस में रहने की सुविधा दी है. एक महिला पुलिसकर्मी की तैनाती भी की गई. यूपी राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने भी इस मामले को गंभीर बताया है. उन्होंने कहा कि पीड़िता को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया है. धर्मांतरण के प्रयास जैसे आरोप बेहद संवेदनशील हैं. 

उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली में तलाश

उन्होंने कहा कि महिला आयोग पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है. इधर, आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लखनऊ पुलिस ने तीन विशेष टीमें गठित की हैं. ये टीमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर आरोपी की तलाश कर रही हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी की आखिरी लोकेशन उत्तराखंड के खटीमा में मिली थी, जहां वह लखनऊ से निकलने के बाद पहुंचा था. 

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बंद किया मोबाइल, ताकि ट्रेस न हो लोकेशन

हालांकि, पुलिस के वहां पहुंचने से पहले ही वह स्थान छोड़ चुका था. खटीमा में आरोपी के परिजनों से भी पूछताछ की गई, लेकिन कोई ठोस जानकारी हाथ नहीं लगी. पुलिस की मानें तो आरोपी ने जानबूझकर अपना मोबाइल फोन बंद कर रखा है, ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस न हो सके. नोएडा पुलिस की टीम ने रमीज की पत्नी से भी पूछताछ की, लेकिन उसने भी कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया.

आखिर आरोपी रमीज मलिक कहां छिपा है?

फिलहाल पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर आरोपी रमीज मलिक कहां छिपा है. छह दिन बीतने के बावजूद पुलिस खाली हाथ है, लेकिन जांच एजेंसियों का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लेगी. एक बार उसकी गिरफ्तारी होने के बाद पुलिस उसे कोर्ट में पेश करके रिमांड लेने की कोशिश करेगी, ताकि उसके गुनाहों का हिसाब किया जा सके.

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