कोरोना वायरस ने हर किसी को तोड़कर रख दिया है. पूरी दुनिया इस खतरनाक बीमारी से लड़ रही है, लोग अपने आप को बचाने के हर मुमकिन कोशिश में जुटे हैं. वहीं समाज मे ऐसे कई लोग भी हैं, जो इस दौर में कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों को नया जीवनदान देने के लिए आगे आ रहे है.
(इनपुट- प्रताप सिंह राठौड़)
अकील नाम के युवक ने रमजान के पाक महीने का पहला रोजा तोड़कर मानवता का फर्ज अदा किया है. दरअसल अकील अब तक 17 बार बल्ड और 3 बार कोरोना पीड़ित गंभीर मरीजों के लिए अपना प्लाज्मा दान कर चुके हैं.
कोरोना पीड़ित गंभीर मरीजों को प्लाज्मा की आवश्यकता रहती है. उदयपुर में भर्ती एक मरीज को A+ प्लाज्मा की जरुरत थी और किसी भी ब्लड बैंक में A+ प्लाज्मा उपलब्ध नहीं था. जब इसकी जानकारी रमजान के रोजा रखने वाले अकील मंसूरी को मिली तो उन्होंने अपना एंटीबॉडी टेस्ट करवाया.
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एंटीबॉडी पॉजिटिव आने पर उन्हें पता चला कि भूखे पेट प्लाज्मा डोनेट नहीं कर सकते हैं तो अकील ने अल्लाह से माफी मांग कर अपना रोजा तोड़ा और कोरोना संक्रमण से जूझ रहे मरीज को प्लाज्मा दान किया.