भारत के हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन ने कहा कि भविष्य उन देशों का है, जहां अनाज है, न कि बंदूक. साथ ही यह भी कहा कि भारत को कृषि क्षेत्र को ज्यादा प्राथमिकता देनी चाहिए, यह उसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है.
स्वामीनाथन ने अमेरिका की एक विचार संस्था सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज में अपनी प्रस्तुति के बाद एक सवाल के जवाब में कहा कि कृषि को और प्राथमिकता देने की जरूरत है. स्वामीनाथन ने कहा कि किस तरह सरकार की नीति भूख खत्म करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में भूमिका निभाती है.
उन्होंने इस बात की आलोचना की कि कृषि पर भारत में आवश्यक ध्यान नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा अच्छी है लेकिन वास्तविक रूप से जमीनी स्तर पर वैसा कुछ नहीं हो रहा है जो मैं देखना चाहूंगा.
इनपुट: भाषा