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इस IPO को लेकर निवेशकों में क्रेज, GMP दे रहा है मोटी कमाई का संकेत

हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल का आईपीओ 14 सितंबर को खुलेगा और सब्सक्राइब करने के लिए 16 सितंबर तक उपलब्ध रहेगा. प्रीसिजन बियरिंग केज बनाने वाली इस कंपनी के आईपीओ में 455 करोड़ रुपये का फ्रेश इक्विटी शेयर्स इश्यू और मौजूदा शेयरधारकों के 300 करोड़ रुपये तक के शेयरों का ऑफर फोर सेल शामिल है.

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ओपन होने से पहले ही उत्साह
ओपन होने से पहले ही उत्साह

कई महीनों की सुस्ती के बाद आईपीओ बाजार (IPO Market) में अच्छे दिन वापस लौट आए हैं. हालिया समय में बाजार में आए कुछ आईपीओ को शानदार रिस्पॉन्स मिला है. अब इस कड़ी में नया नाम जुड़ने वाला है हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल (Harsha Engineers International) का. अहमदाबाद बेस्ड इस कंपनी के आईपीओ (Harsha Engineers International IPO) को तो ओपन होने से पहले ही जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है. यह आईपीओ भले ही बाजार में सब्सक्रिप्शन के लिए 14 सितंबर से उपलब्ध होगा, लेकिन इससे पहले ही ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम (Harsha Engineers International IPO GMP) 60 फीसदी से ऊपर निकला हुआ है.

755 करोड़ रुपये का होगा आईपीओ

हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल का आईपीओ 14 सितंबर को खुलेगा और सब्सक्राइब करने के लिए 16 सितंबर तक उपलब्ध रहेगा. प्रीसिजन बियरिंग केज बनाने वाली इस कंपनी के आईपीओ में 455 करोड़ रुपये का फ्रेश इक्विटी शेयर्स इश्यू और मौजूदा शेयरधारकों के 300 करोड़ रुपये तक के शेयरों का ऑफर फोर सेल शामिल है. ऑफर फोर सेल के तहत कंपनी के प्रमोटर व प्रमोटर ग्रुप्स राजेंद्र शाह, हरीश रंगवाला, पिलाक शाह, चारूशीला रंगवालाऔर निर्मला शाह के शेयर बेचे जाएंगे. ओएफएस में पात्र कर्मचारियों को सब्सक्रिप्शन में रिजर्वेशन भी मिलेगा.

कंपनी पहले भी कर चुकी है प्रयास

यह शेयर मार्केट में उतरने का हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल का दूसरा प्रयास है. कंपनी इससे पहले साल 2018 में भी बाजार में उतरने का प्रयास कर चुकी है. तब कंपनी ने अगस्त 2018 में बाजार नियामक सेबी (SEBI) के समक्ष आईपीओ का ड्राफ्ट फाइल किया था. हालांकि उसी समय आईएलएंडएफएस संकट (IL&FS Crisis) उत्पन्न हो जाने के कारण हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल को आईपीओ का अपना प्लान टालना पड़ गया था. उस संकट ने भारतीय नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) सेक्टर को तबाह कर दिया था.

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लगाने होंगे एक लॉट के लिए पैसे

हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल ने आईपीओ के लिए 314 से 330 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. इस आईपीओ का साइज 755 करोड़ रुपये है. इसमें से 50 फीसदी हिस्सा क्वॉलिफाइड इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व होगा. रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए इस आईपीओ में 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व रखा गया है. बाकी की 15 फीसदी हिस्सेदारी नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए है. इस आईपीओ के लिए एक लॉट में 45 शेयर रखे गए हैं. इसका मतलब हुआ कि इस आईपीओ में इन्वेस्ट करने के लिए कम से कम 45 शेयरों के लिए बोली लगाने की जरूरत होगी.

ग्रे मार्केट में इतना चढ़ा है प्रीमियम

हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल के आईपीओ को ग्रे मार्केट में शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है. ओपन होने से एक दिन पहले इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम करीब 200 रुपये पर है, जो अपर प्राइस बैंड से 60 फीसदी से अधिक ऊपर है. अगर जीएमपी के हिसाब से देखें तो यह आईपीओ बाजार में 530 रुपये के आस-पास लिस्ट हो सकता है. इसे ब्रोकरेज फर्म भी बढ़िया रेटिंग दे रहे हैं. एलकेपी रिसर्च ने हर्ष इंजीनियर्स इंटरनेशनल आईपीओ को लेकर इन्वेस्टर्स को खरीदने की सलाह दी है.

 

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