scorecardresearch
 

Byju's की जीरो नेटवर्थ के क्या मायने, क्या कंपनी के पास अब कुछ भी नहीं है?

क्या आपको पता है कि अगर किसी कंपनी की वैल्‍यूवेशन शून्‍य हो जाए तो इसके क्‍या मायने होते हैं? क्‍या कंपनी फिर से उबर सकती है, क्‍या कंपनी के पास ऑफिस, पैसा और किसी अन्‍य तरीके संपत्ति नहीं बची है?

Advertisement
X
बायजू रवींद्रन
बायजू रवींद्रन

एडटेक कंपनी बायजू की वैल्‍यूवेशन '0' हो चुकी है. कंपनी के संस्‍थापक बायजू रवींद्रन ने खुद एक वर्चुअल प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान इसकी जानकारी दी है. उन्‍होंने कहा कि निवेशकों के जाने के बाद कंपनी के पास पैसे खत्‍म हो गए और धीरे-धीरे करके कंपनी पूरी तरह से बर्बाद हो गई. हालांकि रवींद्रन ने कहा कि जल्‍द ही हम वापस आएंगे. फिलहाल कंपनी दिवालियापन संकट से जूझ रही है.

क्या आपको पता है कि अगर किसी कंपनी की वैल्‍यूवेशन शून्‍य हो जाए तो इसके क्‍या मायने होते हैं? क्‍या कंपनी फिर से उबर सकती है, क्‍या कंपनी के पास ऑफिस, पैसा और किसी अन्‍य तरीके संपत्ति नहीं बची है? आइए जानते हैं कंपनी की वैल्‍यू जीरो होने के बाद क्‍या होता है. 

क्‍या होगा जब कंपनी की '0' हो जाए?
वैल्‍यूवेशन किसी कंपनी के करेक्‍ट मार्केट वैल्‍यू या इंटरनल वैल्‍यू का अनुमान लगाने का प्रोसेस है. मार्केट वैल्‍यू वह मूल्य है, जिस पर किसी कंपनी के शेयर को वर्तमान बाजार में खरीदा या बेचा जा सकता है, जबकि इंटरनल वैल्‍यू शेयर का वास्तविक मूल्य होता है जो उसके कथित वास्तविक मूल्य पर आधारित होता है. 

क्‍यों '0' हो सकती है कंपनी की वैल्‍यूवेशन? 
किसी कंपनी की वैल्‍यूवेशन '0' तब किया जा सकता है, जब उसके पास ओपन-एंडेड फंड देने के दायित्‍व हैं, जिससे उसे इच्छुक खरीदार मिलने की संभावना नहीं होगी. किसी कंपनी की वैल्‍यू शून्य भी हो सकती है, अगर उसकी आय तय नहीं है या उसे निवेश मिला है, लेकिन उसके शेयरों के लिए कोई खरीदार नहीं है. 

Advertisement

कैसे तय होती है किसी कंपनी की वैल्‍यू? 
किसी सार्वजनिक कंपनी की वैल्यू निकालने का सबसे आम तरीका मार्केट कैपिटलाइजेशन है. मार्केट कैपिटलाइजेशन निकालने का फ़ॉर्मूला है: वैल्‍यूवेशन = शेयर प्राइस * शेयरों की कुल संख्या. हालांकि, शेयर की कीमत में उतार-चढ़ाव होता रहता है. 

वहीं किसी स्‍टॉर्टअप्‍स के लिए कंपनी की वैल्‍यू जानने के लिए हाल ही बेचे गए अन्‍य समान कंपनियों से की जाती है और फिर तुलनीय लेनदेन के आधार पर वैल्‍यूवेशन किया जाता है. वहीं बिना स्‍टार्टअप वाले कंपनियों की वैल्‍यूवेशन जानने के लिए कारोबारी पूंजी के आधार पर वैल्‍यूवेशन तय किया जाता है. 

22 अबर डॉलर से 0 हुई कंपनी की वैल्‍यू 
रवींद्रन ने कहा कि प्रोसस जैसे निवेशकों ने एक समय में सबसे वैल्‍यूवेशन भारतीय स्टार्टअप में अपने निवेश को खत्म कर दिया है. रवींद्रन ने कहा कि निवेशकों ने बायजू को बस से खाई में ढकेल दिया. अगर वे इस्‍तीफा देने की जगह बदलाव या पुनर्गठन के लिए वोट की योजना बनाए होते तो कंपनी की हालत आज ऐसी नहीं होती. एडटेक कंपनी Byju's की वैल्‍यू साल 2022 तक 22 अरब डॉलर थी, जो अब शून्‍य हो चुकी है. 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement