scorecardresearch
 

लालू परिवार में क्या है विवाद की असल जड़? पहले तेज प्रताप और अब रोहिणी ने छेड़ी महाभारत

बिहार चुनाव में हार के बाद RJD में बड़ा पारिवारिक विवाद सामने आया है. रोहिणी आचार्य ने तेजस्वी यादव की टीम संजय यादव, रमीज और अदनान पर हार की जिम्मेदारी डालते हुए गंभीर आरोप लगाए. बहस इतनी बढ़ी कि तेजस्वी द्वारा चप्पल उठाने की बात भी सामने आई. रोहिणी ने राजनीति और परिवार से दूरी बना ली. BJP ने इस विवाद को 'महिला विरोधी मानसिकता' बताते हुए RJD पर हमला बोला.

Advertisement
X
रोहिणी आचार्य ने सुमित को तेजस्वी का PA बनाए जाने पर भी सवाल उठाए. (Photo: ITG)
रोहिणी आचार्य ने सुमित को तेजस्वी का PA बनाए जाने पर भी सवाल उठाए. (Photo: ITG)

बिहार चुनाव में करारी हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के भीतर बड़ा राजनीतिक और पारिवारिक भूचाल आ गया है. लालू प्रसाद यादव के परिवार के अंदर यह विवाद अब खुलकर सामने आ चुका है, जिसमें तेजस्वी यादव की टीम को सबसे बड़ा जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. पार्टी की सीटें 75 से घटकर 25 होने के बाद से ही माहौल तनावपूर्ण था, लेकिन 15 नवंबर को यह तनाव तीखी बहस में बदल गया.

तेजस्वी की टीम पर रोहिणी का सीधा हमला
सूत्रों के अनुसार, लालू और राबड़ी देवी चुनाव अभियान में तेजस्वी की टीम के कामकाज से नाराज थे. रिजल्ट आने के बाद स्थिति और बिगड़ गई. रोहिणी आचार्य ने तेजस्वी को सीधे तौर पर कहा कि उनकी हार के लिए संजय यादव और उनकी पूरी टीम जिम्मेदार है. तेजस्वी ने इस आरोप को खारिज किया, लेकिन विवाद यहीं नहीं रुका.

सुमित को तेजस्वी का PA बनाए जाने पर सवाल
रोहिणी ने तेजस्वी पर आरोप लगाया कि वे पूरी तरह संजय यादव के इशारों पर चलते हैं और इसलिए हार की जिम्मेदारी भी उन्हीं पर है. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि संजय के साले सुमित को तेजस्वी का निजी सहायक क्यों बनाया गया.

परिवारिक बहस में बढ़ा तनाव, चप्पल उठाने का आरोप
विवाद तब और बढ़ गया जब रोहिणी ने संजय के नजदीकी रमीज और अदनान के हस्तक्षेप पर भी आपत्ति जताई. माहौल इतना गर्म हो गया कि परिवार के सूत्रों के मुताबिक, तेजस्वी ने गुस्से में रोहिणी पर चप्पल तक उठाने की कोशिश की. इस पर मीसा भारती ने बीच-बचाव किया. रोहिणी तुरंत घर छोड़ने लगीं, लेकिन राबड़ी देवी ने उन्हें रोक लिया. अगले दिन वह दिल्ली चली गईं.

Advertisement

राजनीति से दूरी, परिवार से अलग होने का ऐलान
चुनाव के एक दिन बाद रोहिणी ने सोशल मीडिया पर भावुक संदेश लिखकर राजनीति और परिवार से दूरी बनाने का एलान कर दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें गालियां दी गईं, अपमानित किया गया और चप्पल से मारने तक की कोशिश हुई. उन्होंने लिखा, 'एक बेटी, एक बहन, एक मां को कल अपमानित किया गया. मेरे आत्मसम्मान को कुचलने की कोशिश हुई. मैंने अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं किया, मैंने सच्चाई का त्याग नहीं किया, और सिर्फ़ इसी वजह से मुझे यह अपमान सहना पड़ा.'

उन्होंने आगे कहा, 'कल एक बेटी मजबूरी में अपने रोते हुए माता-पिता और बहनों को छोड़कर चली आई, उन्होंने मुझे मेरे मायके से छीन लिया. उन्होंने मुझे अनाथ छोड़ दिया.'

अपने पति के साथ सिंगापुर में रही रहीं डॉक्टर रोहिणी आचार्य ने पिछले साल सारण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और हार गईं थीं. राजद सांसद संजय यादव और उत्तर प्रदेश के एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले रमीज ने उनके आरोपों पर चुप्पी साध रखी है.

तेजप्रताप शुरू से कर रहे थे संजय यादव का विरोध
बता दें कि तेजप्रताप शुरू से ही संजय यादव का विरोध कर रहे थे. उन्होंने कई मौकों पर संजय को जयचंद भी कहा. तेजप्रताप शुरू से कहते आ रहे हैं कि संजय यादव की वजह से RJD की दुर्गति होगी. उन्होंने अपने बयानों से कई बार ये जताया कि जब तक तेजस्वी यादव के आस पास संजय यादव जैसे लोग रहेंगे पार्टी का भला नहीं हो सकता. परिवार और RJD से निकाले जाने के बाद तेजप्रताप बार बार संजय यादव पर हमलावर रहे.

Advertisement

BJP ने परिवारिक विवाद को बनाया निशाना
इस पूरे विवाद पर BJP ने RJD और लालू परिवार को कठघरे में खड़ा किया. पार्टी के नेताओं ने कहा कि यह 'महिला विरोधी और पितृसत्तात्मक मानसिकता' का उदाहरण है BJP नेता अमित मालवीय ने कहा,
'रोहिणी ने अपने पिता की जान बचाने के लिए किडनी दी, लेकिन लालू ने बेटे को तरजीह दी और बेटी का सम्मान नहीं किया. यह लालू परिवार का असली चेहरा है.'

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement