
बीजेपी के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन ने संगठन की ओर से मिली नई जिम्मेदारी को औपचारिक तौर पर संभाल लिया है. उन्होंने बिहार सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. वे नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में पथ निर्माण विभाग और नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री थे.
नितिन नबीन के द्वारा जिम्मेदारी संभालने के बाद पार्टी के शीर्ष नेताओं ने उनके संगठनात्मक कौशल की तारीफ करते हुए कहा कि नबीन बीजेपी की सेवा और राष्ट्र निर्माण की यात्रा को एक नई दिशा देंगे.
नबीन का बीजेपी मुख्यालय में सोमवार को पार्टी अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में अभिनंदन किया गया.
नड्डा ने नबीन को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में वे पार्टी और सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को जनता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएंगे.

अमित शाह ने भी नबीन को दी शुभकामनाएं देते हुए आश्वासन दिया कि उनकी अगुवाई में बीजेपी और अधिक विस्तार करेगी और मोदी सरकार की नीतियां और पार्टी का विचारधारा पूरे देश में पहुंचाएगी. नबीन के पदभार संभालने के बाद बीजेपी के प्रमुख नेताओं के साथ उनकी बैठक भी हुई.
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45 साल के नितिन नबीन बिहार की नीतिश कुमार सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री और पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे थे. वे पांच बार विधायक चुने गए और दो बार बिहार में मंत्री भी रहे. नबीन के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की पार्टी कार्यवाही भी प्रशंसनीय साबित हुई. वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े हैं और अपने समर्पण, संगठनात्मक दक्षता के लिए जाने जाते हैं.
नबीन के बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की संभावना है, जो पार्टी में एक पीढ़ी बदलाव का संकेत देता है. वे पूर्व बीजेपी विधायक नबीन किशोर प्रसाद सिन्हा के पुत्र हैं और पार्टी के लिए एक नई उम्मीद माने जा रहे हैं. उनकी नियुक्ति से बीजेपी को नयी ऊर्जा और दिशा मिलने की उम्मीद है.