गुप्तांग में गैस लाइटर डाला, फटी आंत...नशामुक्ति केंद्र में युवक के साथ अमानवीय कृत्य

MP News: नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारी आए दिन युवक से अप्राकृतिक कृत्य करते थे और प्राइवेट पार्ट्स में मिर्ची डालते थे. पीड़ित के साथ हर रोज अमानवीय व्यवहार किया जाता था. पैरों में एसिड डाल कर सुई चुभाई जाती थी. मारपीट कर यातनाएं दी जाती थीं. 

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नशामुक्ति केंद्र में युवक के साथ अमानवीय कृत्य. नशामुक्ति केंद्र में युवक के साथ अमानवीय कृत्य.

विजय कुमार विश्वकर्मा

  • रीवा,
  • 31 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 7:44 PM IST

MP News: रीवा के एक नशा मुक्ति केंद्र में युवक के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी गईं. प्राइवेट पार्ट में लाइटर डालने से आंत फट गई. अमानवीय कृत्य के साथ मारपीट और पैरों में एसिड डाल कर जलाया गया. इतना ही नहीं, इस युवक के साथ अप्राकृतिक कृत्य किया जाता और प्राइवेट पार्ट में मिर्ची डाली जाती थी. युवक को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. पुलिस ने 5 आरोपियों पर गंभीर धाराओं पर मामला दर्ज किया है. 

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मामला रीवा के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र मे संचालित संकल्प नशा मुक्ति केंद्र से जुड़ा है. जहां शर्मसार कर देने वाली घटना समाने आई है. नशे के आदी एक युवक को संकल्प नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती किया गया था. ताकि नशे की लत से छुटकारा मिल सके. लेकिन नशा मुक्ति केंद्र में मानवता की सारी हदें पार कर डालीं. 

केंद्र के संचालक और कर्मचारियों ने युवक को जमकर प्रताड़ित किया. गुप्तांग में गैस चूल्हे का लाइटर डालकर दिया जिससे पीड़ित की आंत तक फट गई. शरीर से काफी मात्रा में खून निकला तो नशा मुक्त केंद्र के संचालक ने हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया. सर्जरी डिपार्टमेंट में डॉक्टरों ने आंत का ऑपरेशन किया है. 

aajtak को आपबीती बताते हुए पीड़ित ने कई खुलासे किए. गढ़वा निवासी पीड़ित ने बताया कि वह नशे का आदी था. उसकी लत छुड़वाने के लिए परीजनों ने उसे संकल्प नशा मुक्ति केंद्र में 25 जुलाई 2021 को भर्ती कराया था. जिसको लेकर संचालक परिजनों से प्रतिमाह 15 से 18 हजार रुपए वसूलते थे. लेकिन परिजनों को मिलने नहीं दिया जाता था. पीड़ित के साथ हर रोज अमानवीय व्यवहार किया जाता था. पैरों में एसिड डाल कर सुई चुभाई जाती थी. मारपीट कर यातनाएं दी जाती थीं. 

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इतना ही नहीं, कर्मचारी आए दिन अप्राकृतिक कृत्य करते थे और प्राइवेट पार्ट्स में मिर्ची डालते थे. 28 अक्टूबर को प्राइवेट पार्ट्स में लाइटर डाल दिया गया जिससे आंत फट गई और तब आनन फानन में हॉस्पिटल में भर्ती करा कर संचालक फरार हो गए. ऑपरेशन के बाद अब पीड़ित की हालत स्थिर है. 

पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि शिकायत के बाद पुलिस ने केंद्र में कारवाई करते हुए 5 लोगों को आरोपी बनाया है.  धारा 377 सहित अन्य धाराएं दर्ज़ कर 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अन्य की तलाश कर रही है. 

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