5 जोन, 5 महीने का मेगा प्लान और ग्राउंड पर 12 बड़े नेता.. बिहार के बाद अब बंगाल में BJP की बड़ी तैयारी

बिहार चुनाव में बंपर जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी ने अब पश्चिम बंगाल पर पूरा फोकस कर दिया है. पार्टी ने पांच जोनों में संगठन का नया रोडमैप तैयार किया है और दूसरे राज्यों से आए वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतार दिया है.

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पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी. (फाइल फोटो) पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी. (फाइल फोटो)

ऐश्वर्या पालीवाल

  • नई दिल्ली,
  • 23 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:43 PM IST

बिहार चुनाव अभियान खत्म होते ही भारतीय जनता पार्टी ने अब पश्चिम बंगाल में अपनी चुनावी मशीनरी को उतार दिया है. पार्टी ने राज्य को पांच जोनों में बांटा है और छह संगठन मंत्रियों और छह अन्य राज्यों के वरिष्ठ नेताओं को  तैनात कर दिया है. ये सभी नेता अगले पांच महीने तक बंगाल में ही डेरा डालकर संगठन को मजबूत करेंगे और चुनावी रणनीति को आगे बढ़ाएंगे.

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दरअसल, बिहार के बाद भारतीय जनता पार्टी ने अब अपना चुनावी फोकस पूरी तरह पश्चिम बंगाल में कर दिया है. आगामी विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी ने एक बड़ी संगठनात्मक पुनर्संरचना करते हुए राज्य को पांच प्रमुख जोनों में बांटा है और हर जोन में दूसरे राज्यों से आए अनुभवी नेताओं को तैनात किया है.

पांच जोन, 12 बड़े नेता... BJP का मेगा प्लान

पार्टी ने बंगाल में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए 6 संगठन मंत्रियों और 6 वरिष्ठ नेताओं को यहां नियुक्त किया है. ये नेता आगामी पांच महीनों तक बंगाल में ही रहकर काम करेंगे और बूथ स्तर तक पार्टी की पकड़ मजबूत करेंगे.

कौन किस जोन में? पूरे प्लान की डिटेल

1. राधबंगा इलाका

जिम्मेदारी: पवन साई (संगठन मंत्री, छत्तीसगढ़)

सहयोगी नेता: धन सिंह रावत (कैबिनेट मंत्री, उत्तराखंड)

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फोकस इलाका- पुरुलिया, बर्धमान

ये वे इलाके हैं जहां BJP अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहती है. रावत और साई संगठन की जमीनी स्थिति को मजबूत करेंगे.

2. हावड़ा–हुगली–मेदिनीपुर इलाका

जिम्मेदारी: पवन राणा (संगठन मंत्री, दिल्ली)

हावड़ा–हुगली में सहयोगी: संजय भाटिया (वरिष्ठ नेता, हरियाणा)

मेदिनीपुर में सहयोगी: जेपीएस राठौर (मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार)

यह वही क्षेत्र है जहां BJP नेता सुवेंदु अधिकारी के प्रभाव के कारण राजनीतिक तापमान हमेशा गर्म रहता है. पार्टी यहां विशेष रणनीति अपना रही है.

3. कोलकाता महानगर और दक्षिण 24 परगना

जिम्मेदारी: एम. सिद्धार्थन (संगठन मंत्री, हिमाचल प्रदेश)

कोलकाता में सहयोगी: सी.टी. रवि (पूर्व राष्ट्रीय महासचिव, BJP)

कोलकाता और दक्षिण 24 परगना TMC का मजबूत गढ़ माना जाता है. BJP अब यहां भी बड़े नेताओं की तैनाती कर संगठन को मजबूत करने की कोशिश कर रही है.

4. नवद्वीप और उत्तर 24 परगना

जिम्मेदारी: एन. माधुकर (संगठन मंत्री, आंध्र प्रदेश)

सहयोगी: सुरेश राणा (मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार)

यह क्षेत्र सीमा से सटा होने के कारण विशेष राजनीतिक और रणनीतिक महत्व रखता है. पार्टी यहां अपने नेटवर्क को मजबूत करने की योजना पर काम कर रही है.

5. उत्तर बंगाल (मालदा–सिलीगुड़ी डिवीजन)

मालदा: अनंत नारायण मिश्रा (संगठन मंत्री, अरुणाचल प्रदेश)

सिलीगुड़ी: अरुण बिन्नाडी (संगठन मंत्री, कर्नाटक)

सहयोगी नेता: कैलाश चौधरी (पूर्व केंद्रीय मंत्री)

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उत्तर बंगाल BJP का पारंपरिक मजबूत क्षेत्र रहा है, लेकिन पार्टी यहां और विस्तार चाहती है. कैलाश चौधरी सक्रिय भूमिका निभाएंगे.

BJP का लक्ष्य क्या है?

BJP का मकसद है कि बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत किया जाए. TMC के पारंपरिक गढ़ों में पैठ बनाई जाए. बंगाल में 2026 विधानसभा चुनावों से पहले मजबूत टीम तैयार की जाए. इसके अलावा, स्थानीय नेतृत्व और बाहरी नेताओं के तालमेल से ‘ग्राउंड नेटवर्क’ को तैयार किया जाए.

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